डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत की बेटियों ने अंग्रेजों का गुरूर मिट्टी में मिला दिया है। एकमात्र टेस्ट मैच में हरमनप्रीत की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 347 रन से रौंदते हुए जीत दर्ज की। पहली पारी के बाद दूसरी इनिंग में भी दीप्ति शर्मा का जादू इंग्लिश बैटर्स के सिर चढ़कर बोला और पूरी टीम महज 131 रन पर ढेर हुई। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है।
टीम इंडिया के नाम दर्ज हुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 347 रन से पीटते हुए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी जीत का स्वाद चखा है। हरमनप्रीत एंड कंपनी ने 25 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर डाला है। साल 1998 में श्रीलंका की महिला टीम ने पाकिस्तान को 309 से हराया था। वहीं, 1972 में न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को 172 रन से मात दी थी। यानी महिला टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम ने रनों के लिहाज से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है।
दीप्ति-पूजा का चला जादू
पहली इनिंग में महज 7 रन देकर पांच विकेट अपने नाम करने वालीं दीप्ति शर्मा का जादू दूसरी पारी में भी इंग्लिश बैटर्स के सिर चढ़कर बोला। दीप्ति ने 8 ओवर के स्पेल में 32 रन खर्च करते हुए इंग्लैंड की चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। वहीं, पूजा वास्त्रकर की झोली में तीन विकेट आए। राजेश्वरी गायकवाड़ ने भी 2 विकेट अपने नाम किए। दीप्ति शर्मा ने मैच में कुल 9 विकेट अपने नाम किए, जिसके लिए उनको मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।
दूसरी पारी में भी इंग्लैंड का हाल बेहाल
पहली पारी में 136 रन बनाने वाली इंग्लैंड टीम का हाल दूसरी इनिंग में और भी बेहाल रहा। इंग्लिश टीम दूसरी पारी में महज 131 रन बनाकर ऑलआउट हुई। टीम की ओर से सर्वाधिक 21 रन कप्तान हीथर नाइट ने बनाए, जबकि चार्लोट डीन 20 रन बनाकर नाबाद रहीं। इंग्लैंड को टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा है।