कानपुर के घाटमपुर में राक्षसों ने मासूम बच्ची के साथ हैवानियत की हर हद पार कर दी। नरपिशाचों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। फिर शरीर का हर अंग निकालकर कूड़े में फेंक दिया। देर शाम पुलिस ने एफआईआर में धारा 376डी और पॉक्सो एक्ट बढ़ा दी है। इसके अलावा पकड़े गए दंपती ने भी चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। महज 1500 रुपए में अंकुल और वीरेन्द्र ने उन्हें मासूम का लिवर लाकर दे दिया था।
इंस्पेक्टर घाटमपुर राजीव सिंह ने बताया कि आरोपितों ने शराब के नशे में मासूम के कपड़े उतार लिए थे। इसके चलते यह रेप की श्रेणी में आता है। हैवान इतने धुत थे कि उन्होंने मासूम का सिर्फ लिवर ही नहीं काटा। उसके दोनों फेफड़े, दिल, किडनी, स्पलीन, छोटी-बड़ी आंत, खाने की थैली तक काट डाली। लिवर उन्होंने चाचा परशुराम और चाची सुनैना के पास पहुंचा दिया। बाकी अंग कूड़े में फेंक दिए जो जानवर खा गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मासूम के सभी अंग गायब मिले। उसके नाजुक अंग में खरोंच के निशान मिले हैं। डॉक्टर आलोक मिश्रा और डा. महेन्द्र कुमार के पैनल ने मासूम का पोस्टमार्टम किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम की दो स्लाइड बनाई गई हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।
योजना बनाई और कर दी वारदात
परशुराम ने पुलिस को बताया कि 1999 में उसकी शादी हुई मगर बच्चे नहीं हो रहे थे। उसे पता चला कि बच्ची का लिवर खाने से बच्चे हो जाएंगे। इसके लिए उसने भतीजे अंकुल और उसके साथी वीरेन्द्र को समझाया। शनिवार को ही दोनों के साथ बैठकर योजना बनाई और उन्हें खूब शराब पिलाई। उसके बाद इस काम के लिए अंकुल को 500 रुपए और वीरेन्द्र को एक हजार रुपए दिए। दोनों बच्ची को बहला कर ले गए। गांव में इदरीस की दुकान से नमकीन और बिस्कुट खरीदे गए, जो पुलिस ने मौके से बरामद किए। इदरीस से पूछताछ में उसने भी आरोपितों द्वारा सामान खरीदे जाने की पुष्टि की। इसके बाद वह बच्ची को जंगल में ले गए। वहां पर भी शराब पी और नशे में उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद अंग काट दिए।
यह तो सभी जानते हैं
पुलिस ने जब परशुराम से पूछा कि उसे यह किसने बताया कि लिवर खाने से बच्चे पैदा होंगे, तो उसने बिना हिचक दो टूक जवाब दिया कि किसी को बताने की क्या जरूरत है? यह तो सभी जानते हैं।
सीएम और पीएमओ ने लिया संज्ञान
मासूम के साथ हैवानियत को स्थानीय प्रशासन से लेकर सीएम, डिप्टी सीएम व पीएमओ तक ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके घटना पर दुख जताया। कहा है कि इस मामले में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। सीएम ने परिवार को पांच लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की तो रविवार रात करीब नौ बजे घाटमपुर विधायक उपेन्द्र पासवान चेक लेकर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। विधायक ने मृतक की मां रामप्यारी को चेक देकर मामले में दोषियों को सख्त सजा दिलवाने का आश्वासन दिया।
वहीं डिप्टी सीएम ने भी ट्वीट कर घटना में शामिल लोगों को नरपिशाच करार दिया। देर शाम पीएमओ से भी घटना का अपडेट लिया गया। सोमवार सुबह कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद राकेश सचान ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना पर दुख जताया। परिजनों ने घटना में दोषियों पर जल्द कार्रवाई की मांग की।