फिलीपीन के तटरक्षक बल ने चीनी पोतों पर नजर रखने के लिए विवादित दक्षिण चीन सागर में अपने कब्जे वाले एक दूरस्थ द्वीप पर शुक्रवार को नए निगरानी केंद्र का परिचालन शुरू कर दिया। यह कदम रणनीतिक जलमार्ग में चीन की बढ़ती आक्रामक गतिविधियों के चलते उठाया गया है। इस साल विवादित जलक्षेत्र में चीन और फिलीपीन के पोतों के बीच टकराव तेज हो गया, जिसके परिणामस्वरूप अक्टूबर में फिलीपीनी समुद्री बल के कब्जे वाले एक अन्य विवादित द्वीप ‘सेकंड थॉमस शोल’ के पास मामूली लेकिन खतरनाक झड़पें हुईं।
गहरे समुद्र में टकराव के चलते एक बड़े संघर्ष की आशंका रहती है जिसमें अमेरिका भी शामिल हो सकता है। अमेरिका ने बार-बार चेतावनी दी है कि यदि फिलीपीन की सेना, जहाज और विमान हमले की जद में आते हैं तो वह एशिया में अपने सबसे पुराने संधि सहयोगी फिलीपीन की रक्षा करने के लिए बाध्य होगा। चीन ने अमेरिका पर एशियाई विवाद में दखल देने और क्षेत्र में स्थिति बिगाड़ने का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एडुआर्डो एनो और फिलीपीन के अन्य अधिकारी वायुसेना के विमान से थिटू द्वीप पहुंचे और नवनिर्मित दो मंजिला केंद्र की शुरुआत के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह का नेतृत्व किया।