उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित नर्सिंग छात्रावास के निकट एक पम्प हाउस से शुक्रवार को क्लोरीन गैस के सिलेंडरों से रिसाव होने के कारण आधा दर्जन से अधिक छात्राएं बेहोश हो गईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, छात्राओं को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक अधिकारी ने बताया कि अग्निशमन विभाग और रिफाइनरी के कामगारों ने मिलकर रिसाव पर काबू पाया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे नर्सिंग छात्रावास के समीप क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ, जिसकी वजह से करीब आधा दर्जन छात्राएं बेहोश हो गईं।
सीएमओ ने बताया कि छात्राओं को तुरंत ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद सभी की हालत बेहतर हो गई। इस बीच, दमकल विभाग ने एक घंटे के भीतर कड़ी मशक्कत के बाद रिसाव पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि वाटर पम्प हाउस से जिला अस्पताल को पानी की आपूर्ति की जाती है और उसी के लिए यहां सौ-सौ किलो के क्लोरीन गैस से भरे दो सिलेंडर रखे हुए थे। अधिकारी ने बताया हालांकि उन सिलेंडरों का उपयोग नहीं होने के कारण उन्हें वहां से हटाने की कवायद शुरु की जा रही है।