नगरोटा बंगवा पुलिस थाना के अंतर्गत गत दिवस ग्राम पंचायत जसौर में हुए दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी एक दिन उपरांत भी पुलिस की पहुंच से दूर है। हालांकि पुलिस पिछले कल से ही गोलीकांड के आरोपी दीपक कुमार (42) की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है तथा सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है लेकिन अभी तक पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा पाई है। गोलीकांड के उपरांत हत्या आरोपी (एचपी 94-3767) कार में फरार हुआ है जोकि बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है। हत्या के उपरांत आरोपी अपनी कार से बड़ी तेज रफ्तार से भागा है। हालांकि पुलिस ने सूचना मिलते ही हर जगह नाकाबंदी कर दी थी। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह कही दूर नहीं भाग पाया है यहीं कही आसपास ही छिपा हो सकता है। आरोपी की पत्नी, बच्चों व पिता को निगरानी में रखा है।
पुशतैनी जायदाद से जोड़ कर देखा जा रहा मामला
इस गोलीकांड को जहां पुशतैनी जायदाद से जोड़ कर देखा जा रहा। अब सवाल यह उठता है कि पिछले कल ऐसी क्या नोबत आ गई जो दीपक को अपने सगे भाई-भाभी पर गोली चलानी पड़ी। इस बात का जवाब या तो स्वयं आरोपी दे सकता है या घटनास्थल पर मौजूद मृतकों की गोद ली हुई छोटी बेटी क्योंकि बड़ी बेटी अक्षम बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार आरोपी की पुशतैनी जायदाद तीन भागों में विभाजित थी जोकि आरोपी दीपक, भाई विपिन व पिता मुंशी राम के नाम थी। पुशतैनी मकान में मृतक विपिन अपनी पत्नी रमा देवी व दो गोद ली हुई बेटियों मानसी व इशिता के साथ रहता था और उसमें उसके पिता व भाई का भी हिस्सा था लेकिन उनका पिता रोंखर में व आरोपी दीपक किराए के मकान में नगरोटा बगवां रहता था।
जायदाद को लेकर 10 वर्षों से चल रहा था विवाद
बताया जा रहा है कि दोनों भाइयों में जायदाद को लेकर पिछले करीब 10 वर्षों से विवाद चल रहा था। यह भी जानकारी मिली है कि जायदाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। कल किस बात को लेकर विवाद हुआ इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि जहां पर यह वारदात हुई उस घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि घटना के समय सभी कैमरे भी बन्द थे वह किसने बन्द किए यह बड़ा सवाल है। यदि कैमरे बन्द नहीं होते तो घटना का पूरा मंजर सीसीटीवी कैमरों में कैद हो सकता था।
गोद ली छोटी बेटी इशिता ने दी माता-पिता को मुखाग्नि
पुलिस ने गोलीकांड के मृतक पति-पत्नी का आज टांडा मेडिकल काॅलेज में पोस्टमार्टम करवाने के उपरांत शव उनके परिजनों को सौंप दिए। जहां रिश्तेदारों व गांव वासियों ने जसौर स्थित उनके पुशतैनी श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया। दोनों पति-पत्नी को गोद ली हुई 7 वर्षीय बेटी ने मुखाग्नि दी। आज दिनभर जसौर गांव में इस घटना को लेकर चर्चा रही वहीं मृतकों के घर पर मातम छाया रहा।