इस बार विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। 59.69 फीसदी महिलाओं ने वोट दिए, लेकिन उनके खाते में विधानसभा की कुल 243 में सिर्फ 10.6 फीसदी यानी 26 सीटें ही आईं।
विधानसभा चुनाव-2020 में कुल 3733 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इनमें 370 महिलाएं थीं। पहले चरण में 114, दूसरे चरण में 146 एवं तीसरे चरण में 110 महिलाओं ने अपनी किस्मत आजमायी थी। यानी कुल प्रत्याशियों की 9.91 फीसदी महिलाएं चुनाव मैदान में उतरीं थीं। हालांकि कुल महिला उम्मीदवारों में 7.02 फीसदी ही जीत हासिल कर सकीं। संख्या के लिहाज से देखें तो 2020 के चुनाव में 26 महिलाएं जीती हैं, जबकि 2015 में 28 महिलाएं जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। दूसरी ओर, इस चुनाव में उतरे कुल पुरुष उम्मीदवारों में मात्र 5.81% ही जीत सके। 243 सीटों पर 3362 पुरुष चुनावी मैदान में थे पर 217 पर ही उन्हें जीत मिली।
एनडीए ने 37 महिलाओं को टिकट दिए, 17 जीतीं
जहां तक महिला उम्मीदवारों को टिकट देने का सवाल है तो सबसे अधिक एनडीए ने 37 उम्मीदवार उतारे। इनमें 17 जीतीं भी। वहीं, महागठबंधन ने 26 महिलाओं को उतारा, इनमें 9 जीतीं। लोजपा ने 22 को उतारा, पर एक भी नहीं जीती।
निर्दलीय के रूप में एक भी महिला चुनाव नहीं जीतीं
इस बार के विधानसभा आम चुनाव में एक भी निर्दलीय महिला उम्मीदवार चुनाव नहीं जीती, जबकि चुनाव मैदान में 114 महिलाएं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में थीं। इनमें पहले चरण में 44, दूसरे चरण में 45 एवं तीसरे चरण में 25 महिलाएं निर्दलीय चुनाव लड़ीं।
2020 के चुनाव में महिलाओं ने 59.69 फीसदी वोट किए
इस बार महिला मतदाताओं ने 59.69 फीसदी वोट किए। जबकि पुरुषों ने 54.68 फीसदी वोट किए। इस बार विधानसभा चुनाव में कुल 57.05 फीसदी मतदान हुआ । जबकि 2019 के लोकसभा आम चुनाव में महिलाओं ने 59.58 फीसदी और 2015 के विधानसभा आम चुनाव में महिलाएं 60.48 फीसदी वोट डाली थीं।
किस दल से कितनी महिला उम्मीदवार
प्रमुख दल महिला चुनाव जीतीं
जदयू 22 06
भाजपा 13 09
राजद 18 07
कांग्रेस 07 02
हम 01 01
वीआइपी 01 01
लोजपा 22 00
रालोसपा 09 00
बसपा 08 00
राकांपा 05 00
माले 01 00
सीपीआई 00 00
सीपीएम 00 00
एनपीपी 00 00