कांग्रेस मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची नवरात्र के पहले दिन रविवार को जारी कर सकती है और इस सूची में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ समेत 130 नाम हो सकते हैं। दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर मंत्रणा की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई सीईसी की बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सीईसी के अन्य सदस्य, पार्टी महासचिव एवं मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ और कई अन्य नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा कि सीईसी की बैठक में 60 सीटों पर चर्चा हुई और आगे फिर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि श्राद्ध के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सीईसी की बैठक में लगभग 60 सीटों पर विचार-विमर्श किया गया है। हम फिर से चर्चा करेंगे। इसके बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करेंगे। श्राद्ध के बाद सूची जारी करेंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘हम उस रफ्तार से चल रहे हैं ताकि 15 अक्टूबर को अपनी सूची जारी कर सकें। जितनी चर्चा हो, उतना अच्छा है क्योंकि बहुत सारी चीजें उभरकर सामने आती हैं।” रविवार को नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ के एक करीबी नेता ने कहा कि कांग्रेस की पांच सर्वेक्षणों के आधार पर दो सूचियों में सभी 230 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि इन सर्वेक्षणों में से एक राहुल गांधी की ओर से चुनाव रणनीतिकार सुनील कानुगोलू द्वारा किया गया था, जबकि दूसरा सर्वेक्षण कमलनाथ की निगरानी में हुआ था।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी पहली सूची के लिए 15 पूर्व विधायकों और लगभग 90 मौजूदा विधायकों के नामों को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ अपने विधानसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले, कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस पितृ पक्ष के बाद विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। पितृपक्ष 29 सितंबर को शुरू हुआ और इस वर्ष 14 अक्टूबर को समाप्त होगा।
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा अब तक 136 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। उसने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा पार्टी के कई अन्य सांसदों को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा जिले के बुधनी से उम्मीदवार बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
वर्ष 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 109 सीटें जीती थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने।