BIHAR : जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता ललन पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के धुर प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन के खिलाफ विरोध जताते हुए गुरूवार को पार्टी छोड़ दी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह को लिखे पत्र में पासवान ने कहा कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ने के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब से एक साल पहले जद (यू) ने राजद के साथ गठबंधन किया है, ‘‘दलितों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हुई है, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार हत्याओं और यौन हिंसा की बढ़ती घटनाओं को रोकने की इच्छाशक्ति खो चुकी है”। पासवान के इस्तीफे पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
सूत्रों ने बताया कि पासवान पहली बार 2005 में जेडीयू के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन चार साल बाद उन्होंने सासाराम से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी छोड़ दी, जहां वह कांग्रेस की मीरा कुमार से हार गए। पासवान बाद में उपेंद्र कुशवाह की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) में शामिल हो गए और 2015 में इसके टिकट पर विधायक बने, लेकिन कुछ साल बाद विद्रोह कर दिया और जेडीयू में शामिल हो गए। जद (यू) के सूत्रों ने यह भी कहा कि पार्टी के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर पासवान की बेचैनी कुछ हद तक इसलिए है क्योंकि कांग्रेस के मुरारी गौतम को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जिनसे वह 2020 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे।