राजस्थान के बाड़मेर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां खेलते-खेलते बॉक्स में बंद हुए दो मासूम बच्चे घंटोंं तड़पते रहे और अंत में उनकी मौत हो गई जब तक माता-पिता को बच्चों के गायब होने का होश आता तब तक बच्चों की लाश भी अकड़ चुकी थी।
घटना बाड़मेर के गडारारोड थाना क्षेत्र के पनेला गांव की है। जहां खेल-खेल में ट्रंक में बंद हुए भाई-बहन की दम घुटने से मौत हो गई। मृतक बच्चों के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि चौखाराम के पुत्र रविंद्र कुमार (11) पुत्री मोनिका (8) शुक्रवार दोपहर 2 बजे स्कूल से लौटे थे और बच्चों के माता-पिता खेत मे काम करने के लिए चले गए इस दौरान दोनों बच्चे रविंद्र और मोनिका घर में ही खेलने लगे और खेल-खेल में दोनों मासूम बक्से के अंदर कैद हो गए शाम को करीब 6 बजे चोखाराम और उसकी पत्नी जब घर वापिस आए तो बच्चे न मिलने पर परेशान हो गए और मासूमों को काफी देर तक ढूंढा आखिरकार नए बॉक्स पर उनकी नजर पड़ी और उसे खोला का ढक्कन उठा कर देखा तो सभी के पैरो तले जमीन खिसक गई।
इसके बाद परिजन रविंद्र और मोनिका को गडरारोड हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पड़ोसी रोशन के मुताबिक बच्चे लगभग 3 घंटे बक्से के अंदर रहे। वहीं डाॅक्टर ने बताया कि शाम को करीब 7 बजे दोनों मासूम बच्चों के शव को हॉस्पिटल लेकर आए थे तब तक दोनों के शव अकड़े हुए थे।