गुरुग्राम सेक्टर-14 में स्थित एक पीजी में रह रही 28 वर्षीय ने युवती ने कथिततौर पर दहेज मांगने से आहत होकर रविवार शाम को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को युवती की मां की शिकायत पर सेक्टर-14 थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को 28 वर्षीय अन्नु श्रीवास्तव ने सेक्टर-14 स्थित पीजी में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। अन्नु गुरुग्राम की एक कंपनी में क्षेत्रीय प्रबंधक के तौर पर काम रही थीं। उनकी 11 दिसंबर को सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुधांशु श्रीवास्तव से शादी होने वाली थी और वह सुधांशु को आठ साल से जानती थीं। दोनों परिवार के बीच दहेज को लेकर किसी प्रकार की बातचीत नहीं हुई थी, लेकिन अब उन्होंने आरोप लगाया कि शादी पक्की होने के बाद सुधांशु ने अन्नु से कहा कि उनके यहां तिलक में हार व कंगन देने की रश्म है। इस बारे में अन्नु ने अपनी मां को बताया। सुधांशु की मां गीता श्रीवास्तव ने भी अन्नु की मां को कहा कि हार और कंगन देने की रश्म है।
यही नहीं गीता श्रीवास्तव ने यहां तक कहा कि यदि आप लोग हार व कंगन नहीं दे सकते फिर शादी नहीं होगी। आरोप है कि सुधांशु किसी न किसी बहाने अन्नु को परेशान करने लगा।
सहेली ने दी सूचना
आठ नवंबर को दिन में अन्नु ने अपनी बहन खुशबू से सामान्य रूप से बात की। शाम लगभग पौने छह बजे अन्नु की सहेली लक्ष्मी के पास सुधांशु ने फोन करके कहा कि अन्नु उसका फोन नहीं उठा रही हैं। लक्ष्मी जब पीजी में पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। बालकनी के रास्ते खिड़की से देखा तो वह फंदे से लटकी हुई थीं। लक्ष्मी ने पहले पीजी के केयर टेकर को इसकी सूचना दी और फिर केयर टेकर ने पुलिस को सूचना दी।
दहेज को लेकर परेशान थी बेटी
युवती की मां सुधा श्रीवास्तव ने कहा कि सुधांशु उनकी बेटी को केवल दहेज को लेकर परेशान कर रहा था बल्कि गालियां तक देता था। बार-बार शादी तोड़ने की धमकी देता था। इसी बात से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है।
”शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।