अपने सनकी व्यवहार के लिए जाने जाते नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपनी स्पेशल बुलेटप्रूफ ट्रेन से रूस पहुंचे। यहां शहर कॉस्मोड्रोम शहर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनका स्वागत किया। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की ट्रेन लग्जरी और लैविश लाइफस्टाइल का अद्भुत नमूना है । गहरे हरे की इस ट्रेन का नाम Taeyangho है, जिसका कोरियन मतलब ‘सूर्य’ होता है।
किम जोंग की इस ट्रेन में करीबन 15 कोच हैं और सभी डिब्बे बुलेटप्रूफ हैं। आर्मर्ड होने के चलते इस ट्रेन का वजन, सामान्य ट्रेनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। भारी-भरकम होने की वजह से यह ट्रेन अधिकतम 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चल सकती है। यही कारण है कि किम जोंग उन को रूस तक महज 1180 किलोमीटर का सफर तय करने में 20 घंटे से ज्यादा लगे।रूस पहुंचते ही किम जोंग उन ने ट्रेन के सारे पहिए बदलने के आदेश दे दिए क्योंकि उत्तर कोरिया और रूस की रेलवे गेज यानी पटरियों का साइज अलग-अलग है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस से लौटते वक्त, उत्तर कोरिया के बॉर्डर पर पहुंचने के बाद एक बार फिर ट्रेन के व्हील्स चेंज करने होंगे। ये ट्रेन किम जोंग उन के दादा को सोवियत से तोहफे में मिली थी। इसका इंटीरियर बेहद खास है। साल 2018 में इस ट्रेन के अंदर का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें किम जोंग उन, चीनी अफसरों से मिल रहे थे। वीडियो में वे पिंक कलर के काउच पर बैठे दिख रहे थे।
ट्रेन की छत और साइड के हिस्से में बेहद लग्जरी फिटिंग्स वगैरह नजर आ रही थीं। किम जोंग उन की ट्रेन के कुछ डिब्बे सिर्फ सनकी किंग के लिए रिजर्व होते हैं जिसमें किम और उनके परिवार के अलावा कोई दूसरा शख़्स एंट्री नहीं कर सकता है। ट्रेन के सारे डिब्बे एक दूसरे से इंटरकनेक्टेड हैं और सैटेलाइट कम्युनिकेशन की सुविधा से लैस हैं।किम जोंग उन की ट्रेन में उनके साथ उत्तर कोरिया के तमाम आला अधिकारी, टॉप डिप्लोमैट्स और हाईली ट्रेंड सिक्योरिटी गार्ड्स भी रहते हैं।