कोटद्वारः उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड में अदालत में दो गवाहों के बयान दर्ज किए गए, जिनमें से एक ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य को पहचान लिया। कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में गवाहों के बयान दर्ज होने के दौरान आर्य की तबीयत भी खराब हो गई, जिसके बाद उसे यहां बेस अस्पताल ले जाया गया। कुछ देर उपचार के बाद उसे वापस पौड़ी जेल भेज दिया गया।
अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता अवनीश नेगी ने बताया कि शुक्रवार को पहली गवाही वन विभाग में तैनात संविदा कर्मचारी आशीष ने दी जिसकी ड्यूटी 18 सितंबर को घटना वाले दिन चीला पशुलोक मार्ग चेक पोस्ट पर थी। आशीष ने अपने बयान में कहा कि 18 सितंबर 2022 की रात लगभग नौ बजे उन्होंने चेकपोस्ट से गुजर रही एक स्कूटी को रोका जिसपर एक व्यक्ति और एक लड़की बैठे हुए थे। आशीष ने बताया कि पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे पास के कौड़िया गांव जा रहे हैं। इस पर उन्होंने दोनों को जाने दिया। गवाह ने बताया कि स्कूटी के पीछे एक मोटरसाइकिल भी गुजरी, जिस पर दो व्यक्ति सवार थे। उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल सवारों ने उसे स्कूटी वालों के साथ होने तथा कौड़िया गांव जाने की जानकारी दी जिसके बाद उन्होंने उन्हें भी जाने दिया गया। गवाह आशीष ने अदालत में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की पहचान करते हुए कहा कि तीनों आरोपियों में से सफेद कमीज पहने बीच में खड़ा व्यक्ति ही उस दिन लड़की के साथ बैठा हुआ था।
दूसरी गवाही सब इंस्पेक्टर संध्या नेगी ने दी, जो घटना के समय जिला फॉरेंसिक मोबाइल यूनिट श्रीनगर गढ़वाल में तैनात थीं। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को वह जिला फॉरेंसिक मोबाइल टीम के साथ वनंत्रा रिजॉर्ट में निरीक्षण के लिए गई थीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने रिजॉर्ट में मृतका के कमरा नंबर 111 का निरीक्षण किया और फिंगरप्रिंट्स लेने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई फिंगरप्रिंट नहीं मिला। उन्होंने बताया कि वहां महिलाओं के कुछ कपड़े मिले, जिन्हें सुरक्षित रख लिया गया। नेगी ने कहा कि उन्होंने पुलकित आर्य के कमरे का निरीक्षण भी किया, जहां उन्हें मेज पर एक मोबाइल का सिम कार्ड, बैंक के डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, स्वदेशी आयुर्वेद के कई कार्ड मिले। उन्होंने बताया कि उन सभी को सील बंद कर दिया गया।
ऋषिकेश के निकट पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की पिछले साल सितंबर में कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी।