दक्षिणी जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने दिल्ली से मोबाइल चोरी कर नेपाल में बेचने वाले ठक ठक गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान मो. इनाम और मो. उमर के रूप में हुई है। उनके पास से पुलिस ने 21 मोबाइल फोन और एक कार बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि आठ अगस्त को ठक ठक गिरोह द्वारा कारों से मोबाइल चोरी करने की शिकायत मिली। वारदात को देखते हुए स्पेशल स्टाफ इंचार्ज धीरज महलावत, एसआइ योगेश, एसआइ दयानंद, व अन्य की टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने वारदात वाली जगह का दौरा किया और 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज जब्त कर जांच किया।
पुलिस को पता चला कि आरोपित दिल्ली में वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों का सुराग लगाने के लिए दिल्ली मेरठ राजमार्ग पर स्थित टोल प्लाजा से सीसीटीवी फुटेज देखे गए।
12 अगस्त को हेडकांस्टेबल संदीप को सूचना मिली कि मोबाइल चोरी करने वाले ठक-ठक गैंग के सदस्य चोरी के मोबाइल ठिकाने लगाने के लिए मेरठ जाने वाले हैं। जिसके बाद पुलिस ने मेरठ में फतेहउल्ला रोड के पास जाल बिछाकर शाम करीब 5.30 बजे एक कार में आए दो लोगों को दबोच लिया।
झगड़ा कर देते हैं वारदात को अंजाम: पुलिस
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि इस गिरोह का सरगना मो. इनाम है। उनका गिरोह तीन चार गाड़ियों के साथ समूह में चलते थे। अपना टारगेट चुनने के बाद आरोपितों का एक साथी चलती गाड़ी के सामने आ जाता था। जिसके बाद बाकि लोग वहां पहुंचकर कार चालक के साथ झगड़ा करने लगते थे।
झगड़े के दौरान आरोपित गाड़ी से मोबाइल व अन्य सामान चोरी कर फरार हो जाते थे। आरोपितों ने बताया कि वह केवल लग्जरी गाड़ियों को निशाना बनाते थे।
मेरठ के जरिए नेपाल ले जाते थे मोबाइल
आरोपितों ने बताया कि वह चोरी के मोबाइल दिल्ली से मेरठ पहुंचाते थे। वह जिस शख्स को मोबाइल बेचते थे वह उन मोबाइल को नेपाल में तस्करी करता था। आसानी से और ज्यादा पैसा कमाने के लिए आरोपितों ने अपना गिरोह बनाया था।