हाथरस कांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम अब जिले के पूर्व एसपी विक्रांत वीर और एसडीएम सदर पद पर तैनात रहे आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा से भी पूछताछ करने जा रही है। दोनों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
प्रदेश सरकार ने जिले के एसपी विक्रांत वीर समेत पांच पुलिसकर्मियों को एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया था। हालांकि प्रेम प्रकाश मीणा घटना के बाद भी जिले में एसडीएम सदर पद पर तैनात हैं। मृत युवती के अंतिम संस्कार से लेकर उसके गांव में लोगों के आवागमन पर लगाई गई रोक के दौरान भी वह लगातार वहां बने रहे। वह वर्ष 2018 बैच के आईएएस हैं। अब सीबीआई इन दोनों अफसरों से पूछताछ करके घटना और उसके बाद पुलिस और प्रशासन की कार्रवाइयों के बारे में जानकारी जुटाएगी। इससे पहले वह अलीगढ़ जिला जेल में निरुद्ध चारों आरोपियों के अलावा जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और मृत युवती के परिवारीजनों से भी पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई ने युवती के इलाज और उसे दी गई दवाओं के बारे में भी विवरण हासिल किया।
सीबीआई ने क्राइम सीन किया रीक्रिएट
चंदपा थाना क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में गैंगरेप और युवती की मौत के मामले में जांच कर रही सीबीआई की टीम शुक्रवार को तीसरी बार घटनास्थल परपहुंची। यहां पीड़िता की मां और भाई को बुलाकर क्राइम सीन रीक्रिएट किया। करीब दो घंटे तक प्रक्रिया जारी रही। फॉरेसिंक टीम ने हर एंगल से घटना के प्रारूप को कैमरे में कैद किया। मां और भाई दोनों से घटनास्थल पर ही सवाल किये गये।
सीबीआई 12 अक्टूबर से बूलगढ़ी कांड की जांच कर रही है। हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद सीबीआई ने अपनी जांच को और तेज कर दिया है। शुक्रवार की दोपहर करीब बारह बजे डीएसपी सीमा पाहूजा के नेतृत्व में टीम के पन्द्रह सदस्य फॉरेसिंक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये। सीआरपीएफ की सुरक्षा में पीड़िता की मां और भाई को घटनास्थल पर लाया गया। टीम ने पीड़िता के भाई को घटना स्थल से करीब सौ मीटर दूर एक खेत की मेड़ पर बिठा दिया जबकि पीड़िता की मां को लेकर सीबीआई टीम बाजरे के खेत में पहुंच गयी। इसके बाद पीड़िता के मां से सवाल का सिलसिला शुरू हुआ जो करीब बीस मिनट तक जारी रहा। इसके बाद मां को घटनास्थल से सौ मीटर दूरी पर बिठा दिया और पीड़िता के बड़े भाई से पूछताछ की। पूछताछ के बाद सीबीआई ने मां बेटे दोनों को एक ही जगह पर बिठा दिया।
करीब आधा घंटे तक सीबीआई के अधिकारी आपस में मंत्रणा करते रहे। उसके बाद मां-बेटे को एक साथ बुलाया और क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए महिला सिपाही को बाजरे में खेत में लिटा दिया। पीड़िता की मां से उसे खींचकर मेड़ की तरफ लाने के लिए कहा। पीड़िता की मां ने उसे खींचकर भी दिखाया। इस तरह से पहली बार सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान क्राइम सीन रीक्रिएट किया। करीब दो घंटे तक पूछताछ के बाद मां-बेटे को सीबीआई ने सीआरपीएफ की सुरक्षा में घर भेज दिया और टीम कोतवाली चंदपा आ गयी। यहां अधिकारियों ने काफी देर तक बातचीत की। सीबीआई के सवालों के बाद मां खेत की मेड़ पर रोती बिलखती रही। ऐसे में महिला सीबीआई अधिकारी ने उसे सांत्वना दी। इस बीच पीड़िता का एक रिश्तेदार सीबीआई कैम्प कार्यालय के बाहर घूमता नजर आया।