ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चेरी काउंटी सोसाइटी में हुए डबल मर्डर का मुख्य आरोपी अमन हयात खान बिहार के मोतिहारी जिले के दरियापुर का रहने वाला है। वह ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज के बीसीए की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन लॉकडाउन में पिता के बेरोजगार होने और प्रेमिका के चक्कर में आकर उसने अपना पूरा भविष्य खराब कर लिया।
अमन के पिता सऊदी अरब में नौकरी करते थे। पिता ने बेटे को ग्रेटर नोएडा पढ़ने के लिए भेजा था, लेकिन लॉकडाउन में पिता की नौकरी चली गई। इसके चलते अमन का खर्चा-पानी बंद हो गया और अमन ने पढ़ाई बीच में छोड़ दी और नौकरी करनी शुरू कर दी।
कारोबारी के स्टोर में नौकरी के दौरान अमन की फेसबुक के जरिये 15 साल की लड़की से दोस्ती हो गई। अमन और लड़की के बीच दोस्ती बढ़ी तो बात घर तक पहुंच गई। यह बात लड़की के पिता सौरभ को पता चली तो उसने अमन को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। सौरभ ने अमन पर दबाव बनाया कि उसे कुछ पैसे चाहिए। अमन अपनी तनख्वाह भी प्रेमिका और उसके पिता पर लूटा रहा था। धीरे-धीरे प्रेमिका और उसके पिता की डिमांड बढ़ने लगी। अमन ने प्रेमिका को खुश रखने और उसके पिता की मांग को पूरा करने के लिए लूट की साजिश रची।
गर्लफ्रेंड के पिता की मांग पूरी करने को कर्मचारी ने ली थी दंपति की जान
साजिश के मुताबिक, मंगलवार की रात को अमन करीब 12:15 बजे अपने स्टोर के मालिक विनय कुमार गुप्ता के फ्लैट पर पहुंचा था। अमन ने कारोबारी से कुछ पैसों की मांग की, लेकिन जब उनकी पत्नी ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो अमन ने घर में रखे पीतल की मूर्ति से दोनों पर वार कर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, अमन ने पहले कारोबारी की पत्नी नेहा गुप्ता की हत्या की थी जिसके बाद उसने विनय गुप्ता को मारा। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वह घर में रखा कैश लेकर फरार हो गया था, लेकिन सीसीटीवी की मदद से वह पकड़ा गया।
देखरेख के लिए छोड़ा था
घटना के दिन कारोबारी ने अमन पर भरोसा जताते हुए उसे दुकान की देखरेख के लिए छोड़ा था। दरअसल करवा चौथ से एक दिन पहले महिलाएं मेहंदी लगवा रही थीं। इसके चलते कारोबारी घर चले गए और अमन को उनकी देखरेख के लिए छोड़ दिया। पूरा काम देखने के बाद आरोपी अमन रात के समय कारोबारी के फ्लैट पर पहुंचा था।
कारोबारी की पत्नी ने आरोपी के लिए रखा था लड्डू
कारोबारी विनय कुमार गुप्ता की पत्नी घटना के समय आरोपी के लिए खाना बना रही थी। इसी बीच आरोपी ने मौका पाकर नेहा गुप्ता के सिर पर वार कर दिया। जिसके बाद आरोपी अमन ने विनय गुप्ता को भी पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के दिन विनय कुमार गुप्ता के बेटे को उसने बताया था कि प्लैट में लड्डू रखा था, जबकि विनय कुमार गुप्ता मीठा नहीं खाते थे। लड्डू उन्होंने आरोपी अमन के लिए रख दिया था।
अपना धर्म छुपाकर रहता था अमन
कारोबारी की दुकान पर नौकरी करने वाला आरोपी अपना धर्म छुपाकर रहता था। उसका असली नाम अमन हयात खान है, जबकि वह अपना नाम अमन बताता था। पुलिस ने बताया कि वह जिस मकान में रहता था उसका एग्रीमेंट भी उसने अपने दोस्त के नाम से करवा रखा था। उसका पुलिस सत्यापन भी नहीं हुआ था। पुलिस ने गहनता से छानबीन शुरू की तो उसकी असलियत का पता चला।
पुलिस टीम को एक लाख रुपये इनाम की घोषणा
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह द्वारा दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की गई है। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए बिसरख कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने अहम भूमिका निभाई।