दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। राजेंद्र चौधरी नाम का यह सब इंस्पेक्टर दिल्ली के सरिता विहार थाने में तैनात है। एसीबी ने उसे बीपीटीपी क्षेत्र से पकड़ा।
एसीबी के अनुसार, फरीदाबाद सेक्टर आठ के रहने वाले धरा सिंह के खिलाफ दिल्ली के सरिता विहार थाने एक व्यक्ति ने करीब छह महीने पहले लेन-देन की शिकायत लगाई हुई थी। उस व्यक्ति का कहना है कि धरा सिंह को उसके 22.80 लाख रुपये देने हैं।
सब इंस्पेक्टर ने मांगी थी ढाई लाख की रिश्वत
इसके अलावा धरा सिंह के खिलाफ 20 लाख रुपये के चेक बाउंस का मुकदमा भी उसने अदालत में डाला हुआ है। इस मामले में समझौता करने के लिए सब इंस्पेक्टर राजेंद्र चौधरी ने ढाई लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। धरा सिंह रुपये नहीं देना चाहता था। उसने एसीबी के उच्च अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की।
इंस्पेक्टर भगवान सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता अमित जैन को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। इसके बाद टीम की मौजूदगी में धरा सिंह ने सब इंस्पेक्टर राजेंद्र चौधरी से फोन पर संपर्क किया और रुपये लेने के लिए उसे बीपीटीपी थाने के पास बुलाया।
एसीबी की टीम ने रुपये के साथ दबोचा
वहां टीम घात लगाकर खड़ी हो गई। धरा सिंह ने जैसे ही राजेंद्र चौधरी को एक लाख रुपये दिए, एसीबी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नोटों के बंडल पर पाउडर लगाया गया था। वह पाउडर भी राजेंद्र सिंह के हाथों पर लग गया।
उसके पास से रुपये भी बरामद हो गए। उसके खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। दिल्ली पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के संबंध में सूचित कर दिया है। अब उसे शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।