कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसी घटना सामने आई, जिसे सुनकर किसी का कलेजा मुंह को आ जाए। जहां जीएसटी अधिकारियों की मनमानी ने एक परिवार को कभी न भरने वाला जख्म दे दिया। दरअसल, कानपुर के कोयला नगर से स्क्रैप लादकर पंजाब जा रहे ट्रक चालक बलबीर सिंह को बेटे की मौत की खबर मिली तो वह सीधा घर के लिए निकल पड़े, लेकिन जीटी रोड पर जीएसटी अधिकारियों ने बलबीर को रोक लिया। वह बेटे के अंतिम बार दर्शन करने के लिए अधिकारियों की मिन्नतें करता रहा और कुछ देर बार वहीं खुद भी दम तोड़ दिया। ये दृष्य मौके पर मौजूद जिस किसी ने भी देखा उसकी आंखे नम हो गई।
गुरुवार रात कोयला नगर स्थित अमरनाथ इंटरप्राइजेज से स्क्रैप लादकर लुधियाना के अमरपुआ निवासी 49 वर्षीय ट्रक चालक बलवीर सिंह उर्फ बिल्लू पंजाब जा रहे थे। जीटी रोड पर जीएसटी की टीम ने उन्हें पकड़ लिया और ट्रक जीएसटी कार्यालय में खड़ा करवा दिया। बलवीर ने ट्रक मालिक ललित कुमार को सूचना दी। उससे पहले बलबीर को सूचना मिल चुकी थी कि उनके बेटे की करंट लगने से मौत हो गई है। इस दौरान गहरा दुख झेल रहे बलबीर ने अधिकारियों से सामने छोड़ देने की मिन्नतें की। आरोप है कि दुर्घटना के बारे में उन्होंने जीएसटी अधिकारियों को बताया, लेकिन उन्हें नहीं जाने दिया गया। काफी देरी हो जाने पर बलबीर सिंह के बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया। जिसके बाद बलबीर को इसका इतना गहरा सदमा लगा कि उसके शरीर के प्राण ही निकल गए।
इस पर राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड वन जीएस बौनाल ने बताया कि ट्रक में कागजात कम थे, उसके आधार पर माल और ट्रक को रोककर लखनपुर कार्यालय लाया गया था। नोटिस देने की तैयारी थी। सुबह ट्रक चालक को अधिकारी फोन कर रहे थे लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद जाकर देखा तो वह ट्रक के अंदर लेटा हुआ था। हिलाया गया तो उठा नहीं। पंजाब माल भेजने वाले संजीव दीक्षित को फोन करके बुलाया गया। विभाग को उसके बेटे के निधन की जानकारी नहीं थी।