बांग्लादेश की धरती पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी। सीरीज का तीसरा और निर्णायक वनडे मुकाबला टाई पर खत्म हुआ। भारतीय टीम एक समय पर बेहद मजबूत स्थिति में नजर आ रही थी, लेकिन टीम ने अगले 6 विकेट सिर्फ 34 रन बनाकर गंवा दिए। हरलीन देओल और दीप्ति शर्मा जैसी बैटर्स ने अपना विकेट रनआउट होकर तोहफे के तौर पर दिया। इस जीत के साथ ही बांग्लादेश पहली बार भारत के खिलाफ वनडे सीरीज को टाई कराने में भी सफल रही है।
भारतीय बैटर्स का शर्मनाक प्रदर्शन
टीम इंडिया के स्कोर बोर्ड पर 191 रन लगे हुए थे और अभी छह विकेट बाकी थे। जीत पूरी तरह से भारतीय टीम की झोली में जाती हुई दिख रही थी। हालांकि, यहीं से इस मैच का पासा पूरी तरह से पलट गया। हरलीन जो बेहतरीन बल्लेबाजी कर रही थीं, वो रन चुराने के प्रयास में अपना विकेट तोहफे के तौर पर बांग्लादेश की टीम को भेंट करके चलती बनीं। दीप्ति शर्मा ने भी हरलीन वाली गलती दोहराई और टीम को मुश्किल में छोड़कर पवेलियन लौट गईं।
34 रन पर गंवाए आखिरी 6 विकेट
इसके बाद भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर पलक झपकते ही ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। देखते ही देखते भारत की पूरी टीम 225 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारतीय टीम ने अपने आखिरी छह विकेट सिर्फ 34 रन जोड़कर गंवाए, जो टीम की हार की सबसे बड़ी वजह रही। टीम की ओर से हरलीन देओल ने सर्वाधिक 77, तो स्मृति मंधाना ने 59 रन की पारी खेली।
बांग्लादेश की बल्लेबाजों ने जमाया रंग
बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट खोकर स्कोर बोर्ड पर 225 रन लगाए। टीम की ओर से फरगाना हक ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए अपने वनडे करियर का पहला शतक जमाया। वहीं, शमीमा सुल्ताना ने 52 रन का योगदान दिया। गेंदबाजी में भारत की ओर से स्नेह राणा ने सर्वाधिक 2 विकेट अपने नाम किए।