वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान बनाए गए अजिंक्य रहाणे के फ्लॉप होने के बाद पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने चयनकर्ताओं पर भड़ास निकाली है। दीप दासगुप्ता ने कहा कि चयनकर्ताओं को यह फैसला करने की जरुरत है कि उन्हें अजिंक्य रहाणे से क्या उम्मीदें हैं।
रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारतीय टीम में मजबूत वापसी की और फिर इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज दौरे पर उप-कप्तान बनाया गया। हालांकि, टीम प्रबंधन के इस फैसले से कई लोग खुश नहीं थे। बहरहाल, वेस्टइंडीज दौरे पर अजिंक्य रहाणे के बल्ले से रन नहीं निकले हैं।
दीप दासगुप्ता ने कहा कि चयनकर्ताओं को रहाणे से उम्मीदें का पता होना चाहिए। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि जब वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए अजिंक्य रहाणे को कप्तान बनाया गया तो वो हैरान हो गए थे। दीप दासगुप्ता ने ध्यान दिलाया कि एक अच्छी पारी खेलने के बाद रहाणे की आदत रही है कि वो अगली कुछ पारियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं।
दीप दासगुप्ता ने क्या कहा?
दीप दासगुप्ता ने क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, ”अब चयनकर्ताओं के लिए चुनौती है। रहाणे ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में बहुत अच्छी पारी खेली। मगर इसके बाद अगली पारियों में वो नहीं चले। हां तीन पारियों का इतना प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए, लेकिन फिर क्या? मेरा मतलब है कि चयनकर्ताओं को ध्यान देना होगा कि उन्हें अजिंक्य रहाणे से क्या चाहिए? अजिंक्य रहाणे से उनकी अपेक्षाएं क्या हैं?”
दासगुप्ता ने आगे कहा, ”अगर पांच में से एक पारी की बात है तो रहाणे के साथ रहिए। अगर ऐसा नहीं है तो फिर किसी और पर ध्यान देने की जरुरत है। तो मेरे ख्याल से बहुत जरूरी है कि चयनकर्ता अपनी अपेक्षाओं पर ध्यान दें। मैं तो हैरान था जब रहाणे को वेस्टइंडीज सीरीज के लिए उप-कप्तान बनाया गया। वो वेस्टइंडीज के खिलाफ सिंगल डिजीट में आउट हुए और आप सीनियर बल्लेबाज से इस तरह की उम्मीद नहीं कर सकते।”