मिशन 2024 के लिए भाजपा वाली एनडीए और विपक्षी दलों के गठबंधनों की फाइनल तस्वीर सामने आ गई है…विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम यूपीए से बदलकर INDIA रखा है…जिसमें 26 दल अब तक भाजपा के खिलाफ एक मंच पर आए हैं…वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने भी मिशन 2024 के लिए एनडीए का कुनबा बढ़ा लिया है…एनडीए में अभी भाजपा को मिलाकर 38 दल एक साथ आए हैं…यानी चुनावी लड़ाई के लिए अब दोनों गुट फाइनल टच देने में जुटा हैं.. वहीं, दूसरी तरफ दलित और पिछड़े वर्गों की पार्टी बीएसपी अभी इन दोनों गुटों से अलग रहने का मन बना लिया है…मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी ना ही INDIA के साथ जा रही है और ना ही NDA के साथ…मायावती ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी अब अपने दम पर ही लोकसभा का चुनाव लड़ेगी…
इतना ही नहीं मायावती ने स्पष्ट कर दिया है…उनकी पार्टी पंजाब और हरियाणा में उन्हीं क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करेगी… जो एनडीए और INDIA वाले गठबंधन से दूर रहेंगे…जबकि विधानसभा चुनाव के लिए राजस्थान और छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बीएसपी अकेले ही मैदान में उतरेगी… ऐसे में अगर लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी अकेले मैदान में उतरती है तो इससे सबसे ज्यादा नुकसान विपक्षी दलों के INDIA गुट को ही होगा…क्योंकि यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में पिछड़े वर्गों का अच्छा खासा वोट बैंक है।