पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने विधानसभा में नगर विकास एवं आवास विकास के प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान किया है और न ही राज्य को कोई विशेष पैकेज दिया है।
तेजस्वी ने कहा कि अगर केंद्र ने राज्य को विशेष दर्जा प्रदान कर दिया होता तो बिहार देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो चुका होता। उन्होंने कहा कि 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक एक बड़ी सफलता थी। उन्होंने कहा कि इस बैठक के बाद भाजपा भयभीत हो गई और उसने अफवाह फैलानी शुरू कर दी कि महागठबंधन सरकार किसी भी समय गिर जाएगी उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार का सत्ता से बाहर जाना तय है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने तीन लाख से ज्यादा भर्तियों के लिए विज्ञापन निकाला है और महागठबंधन सरकार 10 लाख स्थायी नौकरियां और 10 लाख रोजगार देने के अपने वादे को पूरा करेगी। बाद में, प्रथम अनुपूरक बजट एवं संबंधित विनियोग विधेयक को विपक्ष की अनुपस्थिति में पारित किया गया क्योंकि अध्यक्ष ने मार्शल द्वारा भाजपा के सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया था, जो अनुबंध शिक्षकों को नियमित करने की मांग के समर्थन में आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे थे।