ताइपेः चीन ने ताइवान के खिलाफ अपनी सैन्य तैयारी को मजबूत करना शुरू कर दिया है। चीन ने हैनान प्रांत में अपने सीक्रेट नौसैनिक अड्डे को बड़े पैमाने पर विस्तार दिया है ताकि महाविशालकाय जंगी जहाजों को वहां तैनात किया जा सके। चीन ने पिछले दो दिनों में नौसेना जहाज, लड़ाकू विमान और बमवर्षक सहित युद्धक विमानों का एक बड़ा समूह ताइवान की ओर भेजा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने मंगलवार सुबह छह बजे से बुधवार सुबह छह बजे के बीच ताइवान के आसपास 38 युद्धक विमान और नौसेना के नौ जहाज भेजे। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह से दोपहर तक सेना ने वहां 30 अन्य विमान भेजे, जिनमें जे-10 और जे-16 लड़ाकू विमान भी शामिल थे। ताइवान इस महीने के अंत में वार्षिक हान गुआंग अभ्यास का आयोजन करेगा, जिसमें उसकी सेना आक्रमण को रोकने के लिए युद्धाभ्यास करेगी। इसके अलावा, ताइवान वार्षिक वानआन अभ्यास भी आयोजित करेगा जिसका उद्देश्य नागरिकों को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करना और हवाई हमले की स्थिति में निकासी का अभ्यास करना है।
चीन लगातार स्व-शासित ताइवान को अपना क्षेत्र होने का दावा करता है। हाल के वर्षों में चीन द्वारा ताइवान की ओर भेजे जाने वाले सैन्य विमानों की संख्या में वृद्धि के बाद ताइवान में इसका राजनीतिक विरोध हो रहा है जिस पर चीन ने नाराजगी जाहिर की है। बीते कुछ वर्षों में चीन ने ताइवान जलक्षेत्र के आस-पास का चक्कर लगाने के लिये अपने नौसैनिक जहाजों के साथ-साथ ड्रोन भेजना भी शुरू कर दिया है। सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि तीन ठिकानों और जहाजों के खड़े होने की जगहों को तेजी से विस्तारित किया जा रहा है। चीन की नौसेना दुनिया में सबसे बड़ी है और ताइवान पर अमेरिका के साथ टक्कर लेने के लिए वह अभी कई महाविनाशक युद्धपोत बना रहा है। चीन के इस यूलिन बेस से न केवल अमेरिका बल्कि भारत को भी बड़ा खतरा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने पूर्वी थिएटर कमांड को जंग के लिए तैयार रहने को बोला है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन इस साल के आखिर तक कम से कम 10 विशाल युद्धपोत अपनी नौसेना में शामिल करने जा रहा है। इसमें टाइप 052D डेस्ट्रायर और दो विशाल तथा बेहद तेजी से हमला करने वाले टाइप 054B फ्रीगेट शामिल है। इनकी कुल विस्थापन क्षमता 72 हजार टन है। ये नए युद्धपोत चीन के दो एयरक्राफ्ट कैरियर के बेड़े में शामिल होंगे जिससे उनकी कुल विस्थापन क्षमता 1 लाख 20 हजार टन तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा 8 टाइप 055 के क्रूजर शिप, 3 विशाल टाइप 075 लैंडिंग हेलिकॉप्टर डॉक जहाज भी हैं।