सोनीपत जिले में डिलीवरी के लिए प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराई गई महिला और नवजात की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतका जच्चा बच्चा के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। नवजात के सिर में चोट के निशान मिले हैं। परिजनों के हंगामें के बाद पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भेजा है।
जानकारी के मुताबिक खरखौदा शहर के वार्ड-15 में एकता चौक निवासी लक्ष्मी उर्फ रीना को शुक्रवार को डिलीवरी के लिए शहर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रीना ने देर रात 11 बजे एक बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन बच्चे की कुछ देर बाद ही मौत हो गई। जब डॉक्टरों ने परिजनों को बताया तो वह स्तब्ध रह गए, जबकि रीना को डॉक्टरों ने हालत बिगड़ने पर पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। परिजन उसे रात को ही पीजीआई ले गए। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने लक्ष्मी उर्फ रीना को भी मृत घोषित कर दिया गया।
मृतका रीना के परिजनों ने बताया कि जब वह नवजात बच्चे को नहलाने लगे तो उसके सिर और चहरे पर चोट के निशान दिखाई दिए थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टरों व स्टाफ की लापरवाही से महिला और नवजात की मौत हुई है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में लापरवाही बरते जाने के चलते ना केवल उनके बच्चे की बल्कि उसकी मां की भी मौत हुई है। जिसे लेकर शिकायत पुलिस को देते हुए परिवार ने कारवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है।