जोधपुरः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के काफिले की एक कार की चपेट में आने से घायल हुए 27 वर्षीय व्यक्ति ने अस्पताल में 11 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद शनिवार को दम तोड़ दिया। मृतक के परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।
मृतक जगदीश सुथार के रिश्तेदार अस्पताल में धरने पर बैठ गए और उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया तथा एक करोड़ रुपये का मुआवजा और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। जगदीश के रिश्तेदार वासुदेव सुथार ने कहा कि युवक की मौत से परिवार टूट गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक करोड़ रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। जब तक ये मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम शव नहीं लेंगे।” यहां बीजेएस कॉलोनी में 27 जून को शेखावत के काफिले की एक कार ने जगदीश को उस समय टक्कर मार दी थी, जब वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर पावटा की ओर जा रहा था।