फ्रांस में नाबालिग शरणार्थी की मौत के बाद भड़की हिंसा अब धीरे-धीरे यूरोप के अन्य देशों में पहुंच रही है। फ्रांस के बाद अब जर्मनी में भी शरणार्थियों को बाहर निकालने के लिए विरोध शुरू हो चुका है। जर्मनी में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर तेजी से विरोध प्रदर्शन के वीडियो प्रसारित हो रहे हैं।
ऐसा ही जर्मनी से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मिस्र की एक महिला जर्मनी के इस्लामीकरण का विरोध कर रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ईसाई धर्म में विश्वास रखने वाली महिला शरिया की भयावहता के खिलाफ आवाज उठाती नजर आ रही है। लेकिन मुस्लिम प्रवासी उसे निशाना बना रहे हैं और महिला को अपशब्द कर रहे हैं। इतना ही नहीं प्रवासी मुस्लिम महिला के साथ अभ्रदता पर भी उतर आए। इस बीच पुलिस विरोध कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर रही।
जर्मनी के एक सांसद ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में कुछ मुस्लिम लोग मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार करते नजर आ रहे हैं। सांसद ने आवाज उठाई है कि दुनिया में शरिया कानून को बैन किया जाए। हमें इसको और बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
बता दें कि फ्रांस में पुलिस द्वारा नाबिलग की मौत के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों, इमारतों में आग लगा दी, स्टोर में लूटपाट की। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने करीब 2,500 दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। पेरिस से मार्सिले और ल्योन तक हिंसा की आग फैल गई है जिसमें सैकड़ों पुलिसकर्मी और दमकलकर्मी घायल हुए हैं। प्रदर्शन की आग सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक फैल गई है जहां फ्रेंच गुयाना में 54 वर्षीय एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई।