M.P: दमोह में एक नौजवान संचालक ने अपनी राशन दुकान में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दलित युवक के सुसाइड नोट में आरोप है कि सांसद प्रह्लाद पटेल के संरक्षण में पार्षद पति और कुछ लोगों ने उसकी राशन दुकान हथिया ली है और उसे शांति से जीने नहीं दे रहे हैं। परिजन के साथ सैकड़ों लोगों ने चक्काजाम कर प्रशासन से सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
परिजनों का आरोप है कि दमोह सांसद कुछ आरोपियों को राजनैतिक संरक्षण दे रहे हैं। दलित वर्ग के लोग सड़कों पर हैं, इनका कहना है कि इनका भाई राशन दुकान संचालन करता था और इलाके के पार्षद पति यशपाल ठाकुर, नेता मोंटी रैकवार, नर्मदा सूर्यवंशी और नरेंद्र परिहार ने षडयंत्र कर पूरी राशन दुकान हथिया ली है। मृतक विक्रम रोहित उर्फ विक्की को लगातार टॉर्चर किया जा रहा था जिसकी शिकायत जिले के अधिकारियों से भी की लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। पार्षद पति यशपाल ठाकुर सहिंत अन्य लोगों से पीड़ित होकर उसने राशन की दुकान के भीतर ही खुदकुशी कर ली। परिजन के साथ सैकड़ों लोग सड़क पर आकर आरोपियों पर मामला दर्ज करने आंदोलन पर उतारू हैं।
दो पेज के सुसाइट नोट में विक्की ने अपनी दर्द भरी दास्तान लिखकर बताया है कि सांसद प्रह्लाद पटेल (केंद्रीय मंत्री) के साथ मिलकर इन लोगों ने हमारी राशन दुकान अपने नाम कराने का षडयंत्र किया। जब तक में जिंदा रहूंगा मुझे ये सुख से नहीं रहने देंगे। हमारी मौत के बाद ही परिजन को भी प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। आंदोलन के दौरान शहर दमोह का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और आश्वाशन के बाद ही लोगों ने चक्काजाम खोला।
सारे देश और मध्य प्रदेश में बेरोजगारी जहां चरम पर है वहीं बेरोजगारी के खौफ से लोग इस तरह मौत को गले लगाने से पहले पल भर भी नहीं कांपते। ऊपर से जो छुट भईए नेताओं को जरा भी बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त होता है वो भूखे भेड़ियों की तरह सारी योजनाओं को हड़पने कुछ भी करने को तैयार होते है। अब देखने लायक होगा कि कब तक इस बेगुनाह युवक की मौत के असल जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई होती है।