नागपुर में अपने स्वजन के साथ रहने वाले उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के तीन बच्चों के कार में शव मिलने से हड़कंप मच गया। ये शहर के फारूक नगर क्षेत्र से लापता थे।
वह शनिवार दोपहर अपने घर के बाहर खेलने गए थे। इस बीच वे पास में खड़ी एक कार में प्रवेश कर गए। बताया गया है कि इस दौरान कार के दरवाजे लॉक हो गए। बहुत प्रयास करने के बाद भी बच्चे कार से बाहर नहीं निकल सके।
दम घुटने के कारण हुई बच्चों की मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों की मौत का कारण दम घुटना बताया गया है। फिरोज खान मूलत: चित्रकूट का रहने वाला है। बच्चों का भविष्य संवारने के उद्देश्य से वह कुछ समय पहले नागपुर में आ गया था। अपनी पत्नी, बेटी आलिया तथा बेटे तौफिक के साथ किराए के कमरे में रहने लगा। इसके बाद उसका रिश्तेदार इरशाद भी परिवार के साथ यहां आ गया था।
कार से बदबू आने के बाद महिला ने की शिकायत
मृतक बच्चों की पहचान तौफिक, आलिया और आफरीन के रूप में हुई है। तौफिक और आलिया फिरोज के बच्चे हैं, जबकि आफरीन इरशाद की बेटी है। जानकारी के अनुसार, यह कार नागपुर के एक स्थानीय व्यक्ति की थी, जिसे आसपास के एक गैरेज मैकेनिक ने पावरलूम वर्कशाप के बाहर पार्क किया था। लगभग 30 घंटे के बाद एक स्थानीय महिला ने वहां से बदबू आने की शिकायत की। इसके बाद स्थानीय लोग और पुलिस की टीम कार की जांच के लिए मौके पर पहुंची।
कार से बरामद हुए तीनों बच्चों के शव
पुलिस को कार से तीनों बच्चों के शव बरामद हुए। पुलिस के अनुसार, बच्चों ने जान बचाने के लिए पूरा संघर्ष किया। कार की धूल भरी विंडशील्ड पर बच्चों की उंगलियों के निशान थे। कार से शवों को निकाल लिया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने दर्ज की थी गुमशुदगी की शिकायत
इससे पहले पंचपोली पुलिस स्टेशन में स्वजन ने गुमशुदगी की शिकायत की थी। इसके बाद लगभग दो सौ पुलिसकर्मियों की अलग-अलग टीमों ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और डाग स्क्वायड भी वहां गया, लेकिन बच्चों को खोज पाने में विफल रहा।