बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यू) ने मणिपुर में हिंसा के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया प्रदेश सरकार की ‘लापरवाही और उसके लचर रवैये’ के कारण वहां के हालात बेकाबू हो चुके हैं। मणिपुर में खामेनलोक इलाके के एक गांव में संदिग्ध उग्रवादियों के हमले में बुधवार को कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद जदयू की ओर से यह टिप्पणी आई है।
“भाजपा सरकार की लापरवाही से मणिपुर में हालात हो चुके बेकाबू ”
दरअसल, मणिपुर में करीब एक महीने पहले भड़की जातीय हिंसा में कम से कम 100 लोगों की मौत हो चुकी है और 310 अन्य घायल हुए हैं। राज्य में शांति बहाल करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने एक बयान में कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा के लिए भाजपा दोषी है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार की लापरवाही और लचर रवैए से मणिपुर में हालात बेकाबू हो चुके हैं। कई दिनों से राज्य दो समुदायों के आपसी विवाद से जल रहा है। कई लोग मर चुके हैं और हजारों लोग, महिलाएं और बच्चे अपने घर-बार छोड़ अस्थायी टेंटों में रहने में विवश हैं। दूसरी तरफ सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।” उन्होंने कहा कि यदि मणिपुर में भाजपा के अलावा किसी दूसरे दल की सरकार होती तो केंद्र सरकार कब का उसे बर्खास्त कर चुकी होती।
“बिहार ने बड़े-बड़े अहंकारियों के पर कतरे हैं”
जद(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि अपने नेताओं के भ्रष्टाचार और उनकी अकर्मण्यता भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दिखाई नहीं देती।” तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी की प्रवर्तन निदेशालाय (ईडी) की ओर से की गई गिरफ्तारी के आलोक में रंजन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा भाजपा के ऐसे कदमों से महागठबंधन झुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार ने बड़े-बड़े अहंकारियों के पर कतरे हैं और 2024 के चुनाव में उनके रथ को बिहार ही रोकेगा।”