सीएम सिटी गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल में जूनियर डॉक्टरों की गुंडई को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव Akhilesh ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जिनसे गोरखपुर नहीं संभल रहा वो बाकी क्या… दरसल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में देवरिया के रहने वाले संदीप सिंह को पेट में दर्द की वजह से भर्ती कराया गया था। इसके बाद वार्ड नंबर 65 में शिफ्ट कर दिया गया संदीप सिंह की हालत में सुधार होने लगा। पत्नी ने बताया कि पति को डिस्चार्ज करने के लिए ड्यूटी डॉक्टर से कहा था। इस बात से गुस्साए डॉक्टरों ने मरीज को लात घूसों से जमकर पीटा। पीड़ित की पत्नी जब पति को बचाने की कोशिश की तो उसके था भी डॉक्टरों ने मारपीट की। पीड़ित की पत्नी का आरोप है कि जब उसने घटना का वीडियो बनाना तो आरोपियों ने मोबाइल छीन कर वीडियो को डिलीट कर दिया।
पीड़ित की पत्नी बोली- पुलिस ने बचाई जान
पीड़ित की पत्नी का आरोप है कि बंद कमरे में लात, जूतों और बेल्ट से पिटाई की गई। उसके बाद उसने मामले की जानकारी डायल 112 को दी। मौके पर पहुंची ने बीच बचाव की जिस वजह से पीड़ित की जान बच पाई। पीड़ित परिजनों ने तहरीर देकर आरोपी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित की मानें तो आरोपी डॉक्टरों ने सादे कागज पर अपने पक्ष में बात लिखवाने लगे और जबरन हस्ताक्षर करवाने लगे। इस दौरान एक भी शब्द गलती हो जाता था तो एक बेल्ट और एक लात मारते थे। हाथ जोड़कर निवेदन करती रही, लेकिन जूनियर डॉक्टर नहीं माने। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार के मुताबिक मरीज जहरखुरानी का शिकार था। डॉक्टरों की निगरानी में दो दिन से मरीज को रखा गया था। सुबह वह डिस्चार्ज की जिद करने लगा। इस दौरान दोनो में कुछ कहा सुनी हुई है। उन्होंने मारपीट की घटना से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच विभाग द्वरा कराई जा रही है। जांच के बाद दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन उनके खिलाफ केस दर्ज करना ठीक नहीं है।