प्रदेश में हनीट्रैप के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। ताजा मामला फरीदाबाद का है, जहां एक बड़े उद्योगपति को हनीट्रैप के मामले में फंसा कर दो करोड़ रुपए ऐंठने के चलते एक दंपति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में ईशा और उसका पति रक्षित शामिल है। दोनों आरोपी नोएडा के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों को एक कंपनी से काबू किया गया है।
थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान फेसबुक के माध्यम से उसकी दोस्ती ईशा से हो गयी। ईशा ने उसे बताया था कि वह उसके कॉलेज में एक साथ पढ़ती थी। शिकायतकर्ता उद्योगपति ने अपनी शिकायत में बताया कि ईशा मेरे साथ स्कूल में पढ़ती थी। मुझे पता चला कि ईशा भी शादी शुदा है। ईशा ने मुझे तीन साल पहले मिलने का आफर दिया था, जो उस समय एफिनिटि सेलून, नोयडा में काम करती थी। मिलने के बाद दोनों में रजामंदी से शारीरिक सम्बन्ध बन गये। उसके पश्चात ईशा ने एक दिन कहा कि मैं अपना निजी काम करना चाहती हूँ, जिसके लिए 20 लाख रुपये ले लिये। जब अपने रुपये वापस मांगे तो ईशा व उसके पति रक्षित ने कहा कि बिजनेस में घाटा चल रहा है, उल्टा तुम मुझे 20 लाख रुपये और दे दो। पैसे देने से मना किया तो रक्षित ने कहा कि मेरी पत्नी के साथ गलत काम किया है। तुम्हारे खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवायेंगे और तुम्हारे घर भी तुम्हारी पत्नी को सारी बातें बतायेंगे।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने चोरी छुपे 20 लाख रुपये नगद दे दिये। उसके बाद इसी प्रकार की धमकियां देकर 1.5 से 2 करोड़ रुपये हड़प लिये। रुपयों की डिमांड हमेशा मुझे व्हाटसअप ऐप के जरिये मिलती थी। कभी-कभी व्हाटसअप ऐप चैट से भी डिमांड आ जाती थी। पिडित़ के परिवार वाले पता करने की कोशिश करते थे कि पैसा कहाँ जा रहा है। हमेशा बिजनेस में घाटे का बहाना बनाकर उनको चुप करा देता था। अभी तीन दिन पहले आरोपियों ने कहा कि इस मैटर को क्लोज कर देंगे, इसके लिये 5 करोड़ रुपये दे दो। इस दबाव में पीड़ित ने सारी बात अपने परिवार वालों को बता दी। शिकायतकर्ता की पत्नी व चाचा कम्पनी में मौजूद थे कि ईशा अपने पति रक्षित के साथ फैक्ट्री में जबरन घुस गये और गाली गलौज करते हुये मारपीट करने लगे और धमकी देकर कहा कि मुझे ढेढ करोड़ रुपये अभी चाहिये नहीं तो दिल्ली में तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा देंगे।
सूचना पर तुरंत पुलिस टीम ने आरोपियों को काबू कर लिया है। पीड़ित शिकायतकर्ता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश कर 31 मई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। गहनता से पूछताछ की जाएगी और पैसों की रिकवरी की भी जाएगी।