आज दरभंगा के कोठराम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा कमला बलान बयां एवं दायां तटबंध का उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य (फेज-II) का कार्यरंभ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के समापन के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में नीतीश कुमार ने पहली बार जातीय जनगणना को लेकर हाईकोर्ट से लगी रोक पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले पर हम कमेंट नहीं करते हैं। लेकिन यह सबको पता है कि बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सभी दलों की सहमति बनी थी उसके बाद से ही काम शुरू हो गया था।
जाति जनगणना को लेकर क्या राज्य में कानून बनेगा इस सवाल को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कोई स्पष्ट नहीं है, लेकिन सभी दलों की सहमति होगी तो कानून भी बनेगा। नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना के बहाने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हम तो चाहते थे कि पूरे देश में जातीय जनगणना हो इसके लिए हम लोगों ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी। लेकिन केंद्र सरकार नहीं चाहती कि देश में जातीय जनगणना हो केंद्र सरकार के आदेश पर ही हम लोग अपने राज्य में अपने खर्च पर ही जातीय जनगणना करवा रहे थे।
जातीय जनगणना पर एक बार फिर कानून बनने के लिए सर्वदलीय बैठक हो, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी इस मांग को लेकर जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि 2019 में हम लोग उन्हीं लोग के साथ बिहार में सरकार चला रहे थे। उस वक्त बीजेपी के नेता क्यों नहीं मांग किए कि जातीय जनगणना को लेकर कानून ही बनना चाहिए। अब वह बोल रहे हैं कि कानून बने, साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट ने क्या कहा है इन सभी बिंदुओं पर विचार विमर्श हो रहा है यदि कानून बनाने की जरूरत पड़ेगी तो कानून भी बनेगा
वहीं कर्नाटक दौरे को लेकर कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री के शपथ समारोह का निमंत्रण मिला है। कल हम वहां जाएंगे। साथ में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक के जो मुख्यमंत्री बने हैं उनसे हमारा पुराना संबंध है।