कुवैत की यात्रा के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंचे नेपाल के छह महिला नागरिकों को तब इमिग्रेशन अधिकारियों ने पकड़ लिया जब छानबीन में पता चला कि इनके पास यात्रा से जुड़े दस्तावेज फर्जी हैं। इमिग्रेशन अधिकारी की शिकायत पर आईजीआई थाना पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी दर्ज की है।
इस पूरे प्रकरण में इमिग्रेशन विभाग ने गल्फ एयर के कर्मियों की भूमिका की पड़ताल करने का आग्रह किया है। सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों में पान माया, प्रमिला तिरुआ, सत्यकला, पार्बती, जसु सर्की शामिल है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है। सात मई को सभी आरोपित टर्मिनल 3 पहुंची।
सुरक्षा जांच से जुड़ी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आरोपित इमिग्रेशन क्लियरेंस के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंची। यात्रा के लिए जरूरी कागजातों की छानबीन के दौरान इमिग्रेशन अधिकारी ने विदेश यात्रा के लिए जरूरी एनओसी पर गौर किया। संदेह होने पर जब इस एनओसी के बारे में पड़ताल की गई तो पाया कि यह फर्जीवाड़ा है।
अधिकारी को पता चला कि नेपाल के दूतावास द्वारा जारी एनओसी जिसे सभी छह यात्री दिखा रहे हैं, वे पूर्व में किसी अन्य यात्री के नाम पर जारी हो चुके हैं। इमिग्रेशन विभाग ने पाया कि जांच से जुड़ी पूरी प्रक्रिया समाप्त होने से पहले ही आरोपितों को गल्फ एयर की ओर से बोर्डिंग पास जारी किया जा चुका था।
इमिग्रेशन अधिकारी ने गल्फ एयर के तीन कर्मियों के नाम पुलिस को बताए हैं, जिन्होंने पूरी पड़ताल के बिना ही आरोपितों को बोर्डिंग पास जारी कर दिए। ऐसा क्यों और किस परिस्थिति में किया गया है, इसकी पड़ताल की जरूरत पर इमिग्रेशन विभाग ने जोर दिया है।