खाद्य विभाग की टीम ने उन्हेल में मावा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने 81000 रुपए की कीमत से अधिक का अमानक मावा बनाने का सामान जब्त किया। अधिकारियों ने 12 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। बताया जा रहा है कि तैयार मावा मुंबई भेजे जाने की तैयारी थी।
मालवा क्षेत्र में अधिकांश मावा उन्हेल और नागदा में बनाया जाता है उसकी खपत सबसे ज्यादा मुंबई में होती है। खाद्य विभाग की टीम को उन्हेल में अमानक मावे की सूचना मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए उन्हेल के पगारिया बस स्टेशन के पास मावा बनाने वाली मां भगवती फार्म पर छापा मारा गया। टीम को यहां पर मावा में डालडे घी की मिलावट मिली।
टीम ने फैक्ट्री से दूध, क्रीम, डालना घी के अलावा अलग-अलग 12 सैंपल लिए हैं। खाद्य अधिकारी बसंत शर्मा ने बताया कि अमूमन मावा दूध से बनाए जाता है लेकिन यह लोग दूध से क्रीम निकाल कर उसकी जगह डालडा मिला कर अमानक मावा बना रहे थे। इस तरह का मावा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। टीम ने मावा फैक्ट्री से 231 किलो मावा, 17 किलो वनस्पति, 12 किलो घी, 65 लीटर दूध, 10 किलो क्रीम कुल करीब 81000 रुपए से अधिक की कीमत का माल जप्त किया है। फार्म का लाइसेंस रामबाबू लावरिया के नाम पर पाया गया है जिसे अधिकारियों ने जल्द निरस्त करने की बात कही है।