दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में 30 अप्रैल और 1 मई की दरमियानी रात को मेरठ में एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद एक शार्पशूटर को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान मुकुंदपुर पार्ट-1 दिल्ली निवासी रंजीत झा उर्फ गांजा के रूप में हुई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
रंजीत झा वर्ष 2022 के थाना बुराड़ी के एक हत्याकांड और थाना आदर्श नगर दिल्ली के 307 आईपीसी के तहत एक अन्य मामले में वांछित है। डीसीपी स्पेशल सेल आलोक कुमार के मुताबिक, 30 अप्रैल को थाना आदर्श नगर इलाके के रणजीत झा उर्फ गांजा और उसके सहयोगी मेरठ यूपी में फायरिंग की घटना के दो अपराधियों के छिपे होने की सूचना स्पेशल सेल को मिली थी। उपरोक्त फरार/वांछित अभियुक्तों का पता लगाने के लिए एक विशेष सेल टीम को मेरठ भेजा गया था।
30 अप्रैल की रात 10 बजे से 11 बजे के बीच नीलकांत रोड मेरठ के पास बाइक से रंजीत झा के अपने सहयोगी के साथ पहुंचने की विशेष सूचना मिलने पर यूपी पुलिस के सहयोग से गठित कर उक्त स्थान के पास जाल बिछाया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मैरिज होम के ऊपर रात करीब 10.30 बजे एक बाइक पर सवार दो लोगों को देखा गया और उन्हें टीम ने रुकने को कहा लेकिन फंसने पर दोनों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने बताया, टीम के सदस्यों ने भी आत्मरक्षा में गोली चलायी जिसमें रंजीत झा के दाहिने पैर में चोट लग गयी. लेकिन उसका साथी गोली चलाकर मौके से फरार होने में सफल रहा।
घायल रंजीत झा को जिला अस्पताल मेरठ ले जाया गया, इस बदले में कुल 5 राउंड फायर किए गए। थाना कंकरखेड़ा मेरठ में कानून की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है, रंजीत झा दिल्ली में दो हत्या और एक हत्या के प्रयास सहित कम से कम तीन आपराधिक मामलों में वांछित था।
बता दें कि 26 दिसंबर 2022 की रात बुराड़ी में मोटरसाइकिल पर आए दो अज्ञात हमलावरों द्वारा दो युवकों को गोली मारने की घटना को अंजाम दिया गया। “इस हमले में एक मनोज उर्फ बाबू मारा गया और एक अन्य राजा घायल हो गया। दिल्ली के पीएस बुराड़ी में धारा 307/34 आईपीसी और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन मनोज उर्फ बाबू की मौत के बाद धारा 302 को भी जांच के दौरान जोड़ा गया था।
इस मामले में एक आरोपी मुकेश उर्फ बोना को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन दोनों शूटर फरार थे। खुलासा हुआ कि इस घटना का मुख्य शूटर रंजीत झा था। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि मुकेश उर्फ बोना के दो साथियों अनुज और आनंद ब्राह्मण की साल 2020 में राजा के 5 शूटरों ने हत्या कर दी थी। इस पर मुकेश बोना ने राजा को मारने के लिए रणजीत और गौरव से संपर्क किया लेकिन वह हमले में बाल-बाल बच गया और उक्त मामले में उसके सहयोगी मनोज बाबू की मौत हो गई।