दिल्ली में 19 से 27 अप्रैल के बीच कोविड-19 संबंधी कम से कम 40 मौत दर्ज की गईं। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण ज्यादातर बुजुर्ग रोगियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों में गंभीर होता जा रहा है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या कुल मिलाकर अभी कम नहीं हुई है और मामलों में कमी आने की शुरुआत होने संबंधी बात कहने से पहले अगले कुछ दिनों में संख्या पर नजर रखने की जरूरत है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, नए मामलों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 20,37,061 हो गई है तथा महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 26,620 है। विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि बृहस्पतिवार को जिन सात लोगों की मौत हुई, उनमें से तीन मामलों में कोविड-19 मौत का प्रमुख कारण था। गत 19 से 27 अप्रैल तक की अवधि के दौरान, शहर के स्वास्थ्य विभाग ने 21 अप्रैल को बुलेटिन जारी नहीं किया। इस अवधि में, शहर में 19, 22 और 25 अप्रैल को कोविड संबंधी छह-छह मौत दर्ज की गईं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 19 अप्रैल को दिल्ली में 28.63 प्रतिशत की संक्रमण दर के साथ 1,757 मामले दर्ज किए गए। 20 अप्रैल को, शहर में 26.75 प्रतिशत संक्रमण दर और कोविड संबंधी तीन मौतों के साथ 1,603 मामले दर्ज किए गए। दैनिक मामलों की संख्या 22 अप्रैल को 1,515 थी, जो 23 अप्रैल को 948 रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में 29.42 प्रतिशत की संक्रमण दर के साथ 689 मामले दर्ज किए गए और कोविड संबंधी तीन मौत दर्ज की गईं।
दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने कहा, “मौतें हो रही हैं लेकिन ज्यादातर बुजुर्ग मरीज और सह-रुग्णता वाले लोग गंभीर रूप से संक्रमित हो रहे हैं।” चटर्जी ने कहा, ”युवा आबादी में, 20 से लेकर 40 साल की उम्र तक-लक्षण हैं लेकिन वे गंभीर या जानलेवा नहीं हैं। लगभग 13-14 कोविड मरीज वर्तमान में हमारे अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या दैनिक मामलों की संख्या में गिरावट की शुरुआत दिख रही है, उन्होंने कहा, “हमें अगले चार-पांच दिन मामलों की संख्या को देखना होगा। अगर यह बृहस्पतिवार को सामने आए मामलों की तुलना में कम रहती है, तो कहा जा सकता है कि यह गिरावट की शुरुआत है।” दिल्ली में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 865 मामले दर्ज किए गए थे। राष्ट्रीय राजधानी में वर्तमान में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,279 है जिनमें से 3,143 मरीज गृह-पृथक-वास में हैं।