स्वरूप हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर व स्टाफ पर 4 महीने की गर्भवती महिला के इलाज में लापरवाही बरतने के कारण मौत के आरोप लगे हैं। मृतका के देवर की माने तो महिला के पेट में दर्द हुआ था। जिसे उपचार के लिए सोहना के स्वरूप हस्पताल में लाया गया था। जहां पर डॉक्टरों ने महिला का अल्ट्रासाउंड कराया और अल्ट्रासाउंड देखने के बाद उसको दवा और इंजेक्शन दिया। उसके बाद यह कहकर घर भेज दिया कि बच्चा ठीक है। अब कोई परेशानी नहीं हैं।
लेकिन तीन दिन के बाद महिला को फिर से दर्द हुआ। जिसके मृतका के परिजन दोबारा से अस्पताल लेकर आए और महिला डॉक्टर ने उसका फिर से अल्ट्रासाउंड कराया। जिस रिपोर्ट को देखने के बाद बच्चें को खराब बता दिया और महिला की जान को खतरा बताते हुए जल्द अबॉर्सन कराने की बात कही। जिस पर परिजन राजी हो गए, लेकिन महिला के अबॉर्सन करने के बाद महिला की तबियत खराब होती चली गई। जब महिला की हालत बिल्कुल गंभीर हो गई तो उसे आनन फानन में हॉस्पिटल की ही एम्बुलेंस से गुरुग्राम भेजा गया। लेकिन जब महिला को गुरुग्राम अस्पताल में पहुँचने के बाद डॉक्टरों ने चैक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी। जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा बरती गई लापरवाही की शिकायत पुलिस को दी।
अस्पताल, डॉक्टर व अन्य स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज
वहीं इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति अजय के बयानों पर अस्पताल, डॉक्टर काजल व अन्य स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरु कर दी है। अगर एसीपी की माने तो पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
वहीं बता दें की इस तरह के बहुत सारे हस्पताल सोहना में खुले हुए हैं। जहां पर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री उड़नदस्ता द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर समय -समय पर इस तरह के अस्पतालों पर कार्रवाई की जाती रही है। जिनके पास डिग्री नहीं है। हालांकि यह तो पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होगा की मामले की असल सच्चाई क्या है।