मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में आने वाले देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर मंदिर में हुए हंगामे का वीडियो जमकर सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल यहां ओमकार भगवान के दर्शन करने पहुंचे भक्तों और मंदिर के पुजारियों के बीच भगवान के दर्शन करने को लेकर शनिवार दोपहर हंगामा हो गया था। मंदिर परिसर में चल रहा हंगामा कुछ देर में ही मारपीट में भी बदल गया जिसे परिसर में मौजूद पुलिस जवानों ने बीचबचाव कर शांत कराया। हालांकि इसी बीच किसी श्रद्धालु ने मारपीट की घटना का वीडियो बना लिया जोकि अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें कि यहां तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में शनिवार को कुछ भक्तों ने मंदिर परिसर में भगवान के दर्शन करने में भेदभाव को लेकर हंगामा कर दिया। मंदिर के गर्भगृह में मौजूद कुछ भक्त दर्शन करने को लेकर लाइन में लगे हुए थे। भक्तों ने आरोप लगाया कि मंदिर के पुजारी कुछ भक्तों को वीआईपी दर्शन करा रहे थे जबकि वे लोग बड़ी देर से लाइन में लगे हुए थे। भक्तों का आरोप है कि जब उन्होंने पुजारियों को ऐसा करने से रोका तो उन्होंने भक्तों के साथ ही मारपीट तक कर दी। हालांकि हंगामा होते देख मंदिर परिसर में मौजूद पुलिस के जवान तुरंत गर्भगृह पहुंचे और पुजारियों के साथ ही भक्तों को भी समझाईश देकर मामला शांत कराया।
भक्तों का आरोप लगाया कि मंदिर ट्रस्ट भक्तों के साथ भेदभाव रखता है। यहां मौजूद पुजारी एक ही पर्ची को बार-बार भक्तों को देकर उन्हें जल्दी दर्शन करवा देते हैं जबकि बड़ी दूर दराज से आए हुए भक्तों को लाइन में देर तक खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता है। इसी बात का एक भक्त ने विरोध किया था जिस पर मंदिर ट्रस्ट के लोगों ने उसे मंदिर में ही पीट दिया।
भक्तों के साथ हुई मारपीट का वीडियो अब सोशल मीडिया में भी जमकर वायरल हो रहा है। पुनासा एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने बताया कि शनिवार दोपहर कुछ भक्तों और मंदिर के पुजारियों के बीच झूमाझटकी हुई थी। शनिवार और रविवार होने के चलते छुट्टी के दिनों में मंदिर में भक्तों की भीड़ अधिक होती है, जिसके चलते गर्भगृह से जल्दी जल्दी दर्शन कराये जाते हैं। किन्तु कुछ भक्त आराम से दर्शन करना चाह रहे थे, जिसे लेकर ट्रस्ट के कर्मचारियों और पुजारियों ने मिलकर उन्हें समझाया था, पर वे हंगामा करने लगे जिसे पुलिस ने समझाईश देकर शांत कराया। उन्होंने बताया कि इस मामले में किसी भी पक्ष ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई है, और हम मंदिर की व्यवस्थाओं को भी ट्रस्ट की बैठक लेकर सुधारने का प्रयास लगातार कर रहे हैं।