कांग्रेस ने कहा है कि पुलवामा हमले पर जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक के हाल के खुलासे से जो तथ्य सामने आए हैं, वे हैरान करते हैं और देशवासियों को उम्मीद थी कि सरकार इसका जवाब देगी लेकिन आश्चर्य की बात है कि मोदी सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने शनिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मलिक ने खुलासा किया है कि श्रीनगर भेजने के लिए यदि जवानों को 5 विमान मुहैया कराए जाते तो उन्हें शहादत से बचाया जा सकता था। उन्होने कहा, ‘मलिक ने स्पष्ट तौर पर हाल में दिए साक्षात्कार में खुलासा किया कि यह हमला खुफिया विफलता तथा सुरक्षा में चूक के कारण हुआ। यदि विमान मुहैया कराये जाते तो जवानों की शहादत को रोका जा सकता था लेकिन सरकार ने विमान देने से इनकार कर दिया।
खेड़ा ने कहा ‘खुलासे में यह भी साफ हुआ है कि 2019 में 14 फरवरी की शाम को जब प्रधानमंत्री जी को फोन पर सत्यपाल मलिक जी ने बताया कि यह लापरवाही और चूक थी जिसके चलते हमारे जवान शहीद हुए। प्रधानमंत्री जी ने उन्हें कहा-तुम चुप रहो। यह कोई और चीज है।
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर मलिक ने इतना बड़ा खुलासा किया है और इस खुलासे के बाद देशवासियों को उम्मीद थी कि सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आएगी, लेकिन आश्चर्य की बात यह है की मोदी सरकार ने इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। प्रवक्ता ने तंज करते हुए कहा, मलिक के इस खुलासे के बाद से लग रहा था कि उनके खिलाफ कारर्वाई होगी। हालांकि, हैरानी है कि‘साहेब’को सत्यपाल जी के पीछे सीबीआई छोड़ने में 10 दिन कैसे लग गए। मलिक ने जब प्रधानमंत्री से गोवा के भ्रष्टाचार पर बात रखी तो एक्शन गोवा के मुख्यमंत्री पर नहीं बल्कि मलिक जी पर हुआ।’ उन्होंने कहा ‘जब सत्यपाल जी ने राममाधव का नाम लिए बिना 2021 में भ्रष्टाचार की बात रखी, तब भी सीबीआई ने पूछताछ मलिक जी से की।
दरअसल अब यह संदेश सीबीआई के माफर्त दिया जा रहा है कि-तुम चुप रहो।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इस सरकार के नौ साल जिस तरह से गुजरे हैं, जिस तरह की नीतियां बनाई गई हैं; ऐसे में कई बातें हैं जो सरकार छिपाना चाहती है लेकिन अब कई लोग खुलकर सामने आ रहे हैं और ये बातें बताना चाहते हैं। आने वाले दिन लोकतंत्र के लिए अच्छे होने वाले हैं।