उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मेडिकल के दौरान पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसे लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अलविदा की नमाज के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अतीक अशरफ के हत्यारे पुलिस पूछताछ के दौरान बताया कि हम मशहूर होना चाहते थे। ये मशहूर होना नहीं है, ये वो ग्रुप है जिसे हम टेरर सेल कहते हैं।…हम पूछना चाहते हैं कि उनपर UAPA क्यों नहीं लगा? उन्हें 8 लाख का हथियार किसने दिया? आप याद रखो कि ये आतंकवादी हैं, ये रेडिक्लाइज हो चुके हैं। ये गोडसे के नक्शे कदमों पर चल रहे हैं।
बता दें कि प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई। इस मामले में 3 हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया। इन तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई है। इनसे पूछताछ की जा रही है। लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर से है। इनमें से एक शूटर ने अतीक को बेहद करीब से गोली मारी जबकि बाकी दो शूटर ने अशरफ पर फायरिंग की। तीनो आरोपी प्रतापगढ़ की जिला जेल में बंद है।
गौरतलब है कि 18 साल से UP के राजू पाल हत्याकांड में बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ गवाह थे। 25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद वेस्ट सीट से BSP के MLA राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। राजू पाल की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने अतीक और उनके गुर्गो पर केस दर्ज कराया था। सरकार ने मामले को CBI को सौंप दिया था। सीबीआई ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ समेत कुल 9 लोगों पर मामला दर्ज किया था।