जमानत पर जेल से बाहर आए सामूहिक बलात्कार के 2 आरोपियों ने कथित रूप से समझौते का दबाव बनाने के इरादे से पीड़ित दलित किशोरी के मकान में आग लगा दी। जिससे बलात्कार पीड़ित किशोरी का बेटा और उसकी बहन झुलस गए। इस घटना की समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कड़ी निंदा की है।
शिवपाल सिंह ने ट्वीट ने लिखा कि उन्नाव में एक नाबालिग़ गैंगरेप पीड़िता के घर पर, जमानत पर छूटे अभियुक्तों द्वारा आग लगा दी गई है, इस बर्बर घटना में दो नवजात शिशुओं को आग में झोंक दिया गया। इस नृशंसता व अमानवीयता पर प्रदेश सरकार की मशीनरी इतनी भाव शून्य क्यों है? इस जघन्य अपराध पर कठोरतम कार्रवाई करे।
पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में बलात्कार पीड़ित किशोरी का बेटा और उसकी बहन झुलस गए हैं। वहीं, पीड़ित किशोरी की मां का आरोप है कि आरोपियों ने बलात्कार के बाद जन्मे बच्चे की हत्या करने के लिए मकान में आग लगाई है। पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से मंगलवार को सुबह बेहतर इलाज के लिए उन्हें कानपुर भेजा गया। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़िता का बेटा (6 माह) करीब 35 फीसदी और उसकी बहन (दो माह) करीब 45 फीसदी झुलस गए हैं।
सामूहिक बलात्कार के बाद पीड़िता हुई थी गर्भवती
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें इलाज के लिए कानपुर भेजा गया है। किशोरी की मां ने पत्रकारों को बताया कि फरवरी 2022 में आरोपियों ने उनकी 11 साल की बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया, जिसमें वह गर्भवती हो गई। ‘‘उसने सितंबर में एक बेटे को जन्म दिया।” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जमानत पर जेल से बाहर आए आरोपी मेरी बेटी पर समझौते के लिए दबाव बना रहे थे। लेकिन उसके इंकार करने पर सोमवार की शाम करीब छह बजे वे अपने पांच अन्य साथियों के साथ आए और हम मां-बेटी पर हमला करने के बाद मकान के छप्पर में आग लगा दी।