राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब किए जाने को लेकर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र पर ‘उत्पीड़न’ करने का आरोप लगाया। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितता की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने केजरीवाल को 16 अप्रैल को तलब किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पिछले महीने गिरफ्तार किया था। केजरीवाल को समन जारी किए जाने के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने ट्वीट किया, “सीबीआई ने केजरीवाल को तलब किया।
भाजपा ने कहा : कानूनी प्रक्रिया है। मेरा कहना है : उत्पीड़न हो रहा है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार में मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से राज्यसभा के लिए निर्दलीय के तौर पर चुने गए थे। उन्होंने हाल में गैर चुनावी मंच ‘इंसाफ’ का गठन किया था, जिसका मकसद अन्याय के खिलाफ लड़ना है। सीबीआई के बयान के मुताबिक, केजरीवाल को एक गवाह के तौर पर जांच दल के सवालों का जवाब देने के लिए रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे एजेंसी मुख्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे एक साजिश बताया और पुष्टि की कि केजरीवाल रविवार को एजेंसी के सामने पेश होंगे। भाजपा ने शुक्रवार को ‘आप’ संयोजक केजरीवाल पर हमला तेज करते हुए उन पर कथित शराब नीति घोटाले का “मास्टरमाइंड” होने का आरोप लगाया था। भाषा