दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के मामले में फरार चल रहे गैंगस्टर दीपक बॉक्सर उर्फ़ दीपक पहलवान को इंटरपोल और अमेरिकन जांच एजंसी एफबीआई के सहयोग से मेक्सिको के पास गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक सोनीपत जिले के गांव गुमड़ में साल 1996 में जन्मे दीपक पहल उर्फ दीपक बॉक्सर का परिवार फिलहाल गन्नौर के गांधी नगर में रहता है। 10वीं तक पढ़ा दीपक पहल 13 साल की आयु में ही मुक्केबाजी से जुड़ गया था। उसने 16 साल की उम्र में ही जूनियर बॉक्सिंग में राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक जीता था। उसके बाद वह कई मुकाबले हार गया। इसी बीच उसकी पहचान पांची के मोहित से हुई। मोहित के माध्यम से वह जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग से जुड़ गया।
दीपक बॉक्सर ने वर्ष 2016 में अपराध की दुनिया में कदम रखा और आज वह जुर्म की दुनिया का बड़ा नाम बन चुका है।
बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के बाद दिल्ली पुलिस कर रही थी तलाश
आरोप है कि उसने पहले बड़ा अपराध 30 जुलाई, 2016 को झज्जर के बहादुरगढ़ में किया था। जहां उसने कुख्यात जितेंद्र उर्फ गोगी को पुलिस कस्टडी से छुड़ाया था। इतना ही नहीं 23 अगस्त, 2022 को दिल्ली के बुराड़ी में बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के बाद से दिल्ली पुलिस उसे तलाश रही थी। दीपक ने सोशल मीडिया पर अमित गुप्ता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
फर्जी पासपोर्ट बनवा कर कोलकाता से मैक्सिको भाग गया था दीपक
दीपक बरेली से फर्जी पासपोर्ट बनवा कर कोलकाता से मैक्सिको भाग गया था। बताया जा रहा है कि कई मामलों में नामजद दीपक ‘बॉक्सर पर दिल्ली पुलिस ने दो लाख, हरियाणा पुलिस ने दो लाख और यूपी पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था।