पाकिस्तान ने चीन से दोस्ती निभाने की खातिर वाशिंगटन में शुरू होने वाले लोकतंत्र शिखर सम्मेलन से बाहर होने का फैसला किया है। यह “लोकतंत्र के लिए महापौरों की वैश्विक घोषणा” विषय पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (USAID ) द्वारा सह-प्रायोजित एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन है। दरअसल इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में चीन और तुर्किये को आमंत्रित नहीं किया गया है। शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान की भागीदारी पिछले कुछ समय से गहन चर्चा का विषय रही है। अधिकारियों ने कहा कि इस्लामाबाद ने इस कार्यक्रम से बाहर होने का रास्ता चुना ताकि वह उसका खास दोस्त चीन नाराज न हो जाए ।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि शिखर सम्मेलन की प्रक्रिया अब विकसित चरण में है इसलिए पाकिस्तान लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मूल्यों को बढ़ावा देने और मजबूत करने और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की दिशा में काम करने के लिए अमेरिका और शिखर सम्मेलन के सह-मेजबानों के साथ द्विपक्षीय रूप से संलग्न होगा। हालांकि, विदेश कार्यालय ने लोकतंत्र के दूसरे शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित करने के लिए अमेरिका को धन्यवाद दिया।
विदेश कार्यालय ने कहा, हम अमेरिका के साथ अपनी दोस्ती को महत्व देते हैं। बाइडेन प्रशासन के कार्यकाल में यह संबंध व्यापक रूप से विस्तारित हुआ है। हम क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए इस रिश्ते को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन कार्यक्रम लोकतांत्रिक मूल्यों की पुष्टि और दुनिया भर में लोकतंत्र के नवीकरण में शहरों और उप-राष्ट्रीय सरकारों की भूमिका को प्रदर्शित करेगा।