दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नरेला औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार शाम एनकाउंटर के बाद कुख्यात गैगेस्टर नीरज बवाना के शार्पशूटर तरुण उर्फ तोरी को गिरफ्तार किया है। इस एनकाउंटर में स्पेशल सेल और बदमाश के बीच सात राउंड गोलियां चलीं, जिसमें से पुलिस की एक गोली बदमाश को लगी तो वह गिर पड़ा और उसे काबू कर लिया गया। जबकि बुलेट प्रूफ जैकेट पहना होने के कारण बदमाश द्वारा चलाई गई गोली से एक पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए।
बहरहाल जख्मीहालत में बदमाश तरुण को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह बाहरी दिल्ली के दरियापुर कलां गांव का निवासी है। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, लूटपाट व वाहन चोरी के कुल सात मामलें दर्ज हैं, जबकि तीन मामले में वह वांछित भी था। स्पेशल सेल के मुताबिक सूचना मिली थी कि नीरज बवाना गिरोह का बदमाश तरुण के शुक्रवार को नरेला औद्योगिक क्षेत्र में बवाना-नरेला रोड आने वाला है। वह विरोधी गुट के बदमाश राजेश बवाना की हत्या के प्रयास में शामिल रहा है। उसपर सात संगीन मामले दर्ज हैं। जानकारी के आधार पर पुलिस टीम पहले से ही नरेला इलाके में तैनात हो गई और उसके आते ही उसे रूकने का इशारा किया गया। इस पर उसने पुलिस टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दी।
बदमाश द्वारा एक गोली कांस्टेबल प्रवीण के सीने पर लगी। लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण वे बाल-बाल बच गए। उसने पुलिस पर कुल चार गोलियां चलाई। बाद में पुलिस ने जबाव में तीन गोलियां चलाई। इसमें एक गोली बदमाश के दाहिने पैर में लगी अौर घायल होते ही उसे दबोच लिया गया। तलाशी में उसके पास से एक पिस्टल, चार गोलियां बरामद हुईं। वहीं, घायल को इलाज के लिए महर्षि बाल्मीकि अस्पताल भेज दिया गया।
पुलिस के हत्थे चढ़ा तरुण, नीरज बवाना के सहयोगी नवीन बाली और परवीन चाहर का खासा करीबी है और वह शार्पशूटर है। नीरज के निर्देश पर ही उसने अपने तीन साथियों के साथ वर्ष 2018 में विरोधी गुट के बदमाश राजेश बवानाव उसके सहयोगी गौरव को मारने रोहिणी कोर्ट के अंदर पहुंच गया था। लेकिन योजना नाकाम हो गई थी और चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। जमानत पर छुटकर बाहर आने के बाद तरुण ने कई वारदातों को अंजाम दिया।