सोनीपत के गांव चिटाना में उस समय सनसनी फैल गई जब गांव में रहने वाले दो भाइयों ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। इस घटना में बड़े भाई उत्तम में जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली तो छोटे भाई तरुण ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। परिजन उत्तम व तरुण को लेकर सोनीपत के नागरिक अस्पताल में पहुंचे तो डॉक्टरों ने उत्तम को तो मृत घोषित कर दिया। जबकि तरुण को रोहतक रेफर कर दिया। लेकिन तरुण को उसके परिजन सोनीपत के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंच गए। जहां पर वह जिंदगी और मौत के बीच में जंग लड़ रहा है। सोनीपत पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव के रहने वाले दो सगे भाइयों उत्तम व तरुण ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए अलग-अलग तरीका अपनाया। उत्तम ने तो जहरीला पदार्थ खा लिया और उसके छोटे भाई तरुण ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। दोनों को उनके परिजन सोनीपत के नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उत्तम को तो मृत घोषित कर दिया। आनन-फानन में तरुण को लेकर उसके परिजन सोनीपत के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंच गए। जहां पर वह जिंदगी और मौत के बीच में जूझ रहा है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार दोनों भाइयों ने यह कदम क्यों उठाया। पुलिस भी परिजनों के बयान लेने नागरिक और निजी अस्पताल पहुंची है और मामले की गहनता से जांच कर रही है।
घटना की जानकारी देते हुए थाना मोहाना प्रभारी राजपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सोनीपत सिविल अस्पताल से हमें जानकारी मिली थी कि गांव चिटाना के रहने वाले दो भाइयों में से एक ने तो जहरीला पदार्थ खा लिया है, जबकि एक ने फांसी का फंदा लगाया है। उत्तम जिसने जहरीला पदार्थ खाया है उसकी मौत हो चुकी है। जिसकी उम्र लगभग 20 से 22 साल थी। जबकि उसके छोटे भाई तरुण की उम्र 16-17 साल बताई जा रही है। अभी दोनों ने यह कदम क्यों उठाया इसके लिए परिजनों से बातचीत की जाएगी और आगामी कार्रवाई की जाएगी।