मध्यप्रदेश का यह साल चुनावी साल है और भाजपा जहां एक और आम जनता को लुभाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है, वही मुख्यमंत्री कई घोषणाएं भी कर चुके है और वही इसके विपरीत दूसरी और इंदौर की अयोध्या कही जाने वाली विधानसभा 4 सुर्खियों में है। उसका कारण है विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र पर विधायक बनने का भूत सवार होना, शायद यह शब्द पढ़ने और सुनने में अजीब लगे पर इंदौर की विधानसभा क्षेत्र 4 में यही हो रहा है अब बताते है ऐसा क्यों?
ऐसा इसलिए भी क्योंकि पिछले काफी समय से विधानसभा चार जिसको अयोध्या के नाम से जाना जाता है वह चर्चा में है। बात करें इंदौर के नगर निगम चुनाव की तो उस समय भी पार्षद के टिकट को लेकर एकलव्य ने वरिष्ठ नेतागण से विवाद किया था क्योंकि वह अपने समर्थकों को क्षेत्र में टिकट देना चाहते थे जिनको भाजपा में कोई नहीं जानता था और न उनका कोई पार्टी में वजूद था किसी भी बड़े नेतागण की बात नहीं सुनी गई थी। इसकी ऐसी हरकतों के कारण ही मालिनी गौड़ और एकलव्य सिंह गौड़ से कई कार्यकर्ता दूर हो गए क्योंकि वह इस प्रकार की हरकतें मालिनी गौड़ के महापौर बनने के बाद से ज्यादा होने लगी और विधानसभा चुनाव आने से पहले मारपीट जान से मारने की धमकी तक जा पहुंची।
निगम अभी ताजा मामला वार्ड 66 की बैठक में सांसद के कट्टर समर्थक सन्नी टुटेजा के साथ मारपीट कर चाकू की नोक पर जान से मारने की धमकी उसके पहले भाजपा हेमू कालानी मंडल के अध्यक्ष सचिन जैसवानी के साथ 2 बार मारपीट भी की गई और विधायक पुत्र से अपनी और अपने परिवार को जान का खतरा बताया। आपको बता दे एकलव्य सिंह गौड़ जो भाजपा शहर में उपाध्यक्ष के पद पर हैं जो सिर्फ लोधी पुरा स्थित ऑफिस में बैठकर इसी प्रकार के कार्य करते हैं।
यह पहली बार नहीं है कि भाजपा मंडल अध्यक्ष सचिन जेसवानी या संगठन से जुड़े सनी टुटेजा के साथ इस तरह की हरकत की हो ऐसे कई है जिनको अपनी दबंगई और अपनी हरकतों से और बदमाशी से डराया धमकाया और मारपीट की गई हो। सचिन जसवानी को मंडल अध्यक्ष पद पर होने के बाद भी दो बार कमरे में बंद कर जमकर मारपीट की गई। इनके खिलाफ कोई भी अगर पुलिस थाने जाता तो वहां उनकी कंप्लेंट नहीं ली गई। इसलिए वे खुली धमकी भी देते हैं।
सनी टुटेजा के मामले में भी ऐसा ही हुआ था शहर के वरिष्ठ नेता और सांसद के नाम पर भी उनके समर्थक पार्षद को अपशब्द बोले गए थे क्योंकि सन्नी टुटेजा सांसद शंकर लालवानी के कट्टर समर्थक है। मंडल अध्यक्ष सचिन जेसवानी के पहले भाजपा महिला मोर्चा की कार्यालय मंत्री को भी उनके टिन के छज्जे को अवैध बताकर 3 महीने में 6 नोटिस क्षेत्रीय पार्षद के भिजवाए गए थे। पार्षद ने और उसके साथ रहने वाले साथी 5 लाख रु की मांग करने आए थे और नगर निगम के अधिकारियों को फंसाने के लिए झूठा वीडियो बना कर देने का बोला था पर यह मांग नहीं मानी गई थी।
भाजपा महिला मोर्चा की कार्यालय मंत्री को दशहरा के छुट्टी वाले दिन नोटिस भिजवाए गए थे। उसके बाद गुरु नानक जयंती जब सरकारी छुट्टी रहती है। उस दिन भी रिमूव की कार्रवाई के नोटिस अधिकारियों को दबाव डालकर भिजवाए थे। यह सब इसलिए हुआ था क्योंकि कार्यालय मंत्री भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय की कट्टर समर्थक है। अब सचिन जैसवानी भी भाजपा का वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय से भी शिकायत करने पहुंचे। वही भाजपा कार्यालय पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराई है। अब देखना होगा क्या सत्ता संगठन एकलव्य सिंह गौड़ पर कोई कार्यवाही करता है या दबाव प्रभाव से कार्यकर्ताओं की आवाज दबा दी जाएगी।
आपको बता दें यह सब पिछले कई समय से इंदौर के विधानसभा चार में होते आ रहा है। संगठन से जुड़े और पार्टी से जुड़े कई कार्यकर्ताओं के साथ इस तरीके का व्यवहार होता आ रहा है। भाजपा के शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का झुकाव भी इस समय गौड़ परिवार की तरफ ज्यादा है।