बिहार की राजधानी पटना से अगवा 12 साल के तुषार की अपहरण के डेढ़ घंटे बाद ही हत्या कर दी गई थी। वहीं तुषार की हत्या के बाद पूरे परिवार में मातमी सन्नाटा है। 6 बहनों ने अपने एक इकलौते भाई को खो दिया। इतना ही नहीं तुषार के पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन किसी ने भी नहीं सोचा था कि उसकी ऐसी दर्दनाक मौत हो जाएगी।
16 मार्च को हुआ था तुषार का अपहरण
जानकारी के मुताबिक, मामला पटना जिले के बिहटा का है। तुषार का अपहरण 16 मार्च को हुआ था। बताया जा रहा है कि तुषार को पहचान वाले टीचर मुकेश कुमार ने उसे बहाने से अपने कोचिंग सेंटर में बुलाया था। इसी बीच उसने उसका अपहरण कर लिया और फिर महज डेढ़ घंटे के अंदर तुषार का गला दबाकर कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि तुषार और उसकी 2 बहनें आरोपी टीचर मुकेश के कोचिंग सेंटर में पहले पढ़ाई कर चुकी हैं। इस कारण से आरोपी को पता था कि तुषार के पिता राजकिशोर एक टीचर है और उनके पास काफी पैसे है। इसलिए उसे रुपया मांगने पर मिल जाएगा। इस कारण उसने तुषार को कॉल कर कोचिंग सेंटर में बुलाया था। इसके बाद अगवा कर तुषार की हत्या कर दी। इतना ही नहीं आरोपी ने तुषार की पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर उसकी लाश को जला दिया।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
वहीं दूसरे दिन ग्रामीणों की नजर आधे जले शव पर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। आरोपी हत्या के बाद पटना के एक लॉज में रह रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस को आरोपी के पास से तुषार का मोबाइल भी मिला है। इसके अतिरिक्त पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि अपने इकलौते बेटे को पूरा परिवार बहुत प्यार करता था। 2 मार्च को तुषार का बर्थडे था। माता-पिता और 6 बहनों ने मिलकर तुषार का बर्थडे मनाया था, लेकिन महज दो हफ्ते बाद ही उनकी खुशियां गम में बदल गई।