फरीदाबाद में हुए नगर निगम में 200 करोड़ के मामले से हर कोई अवगत है और इस मामले को लेकर के हरियाणा सरकार ने भी सभी आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हुए हैं तो वहीं एंटी करप्शन ब्यूरो इस मामले को लेकर लगातार जांच को आगे की ओर बढ़ाई जा रही है 200 करोड़ के घोटाले में जितने भी नगर निगम कमिश्नर रहे हैं सभी की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से की जा रही है साथ ही इस पूरे मामले में कई अधिकारी भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
बता दें कि इन दिनों पूर्व फरीदाबाद नगर निगम कमिश्नर और आईएएस अधिकारी अनीता यादव के पास आए एक ऑडियो कॉल ने आईएएस लॉबी में हड़कंप मचा दिया है जिसमें एक शख्स आईएएस अधिकारी से एसीबी की जांच में बाहर निकलवाने के एवज में 5 करोड़ की मांग कर रहा है और वह साफ कहता है कि किसी बड़े राजनेता के इशारे पर उसने आईएएस अधिकारी को फोन किया है हालांकि उसने इस ऑडियो क्लिप में उस राजनेता का नाम उजागर नहीं किया। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस तरीके की कॉल आने के बाद पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है कि आखिर वह शख्स किसके इशारे पर एक आईएएस अधिकारी को फोन कर 5 करोड़ की डिमांड करता है और वह कौन सा राजनेता है जो उस शख्स से फोन करवा रहा है या फिर शख्स फर्जी कॉल कर जांच में संलिप्त अधिकारी से पैसा ऐठने की फिराक में था। यह सब तो तभी साफ हो पाएगा जब उस शख्स को पुलिस गिरफ्तार कर बारीकी से जांच करेगी।