भुंतर-मणिकर्ण मार्ग पर कसोल के पास होली के मौके पर मंगलवार देर शाम को पंजाब के श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में झगड़ा हो गया। घटना की सूचना पर एसपी साक्षी वर्मा और एएसपी आशीष शर्मा भी मौके पर पहुंचे। मौके पर पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाला और झगड़ा करने वालों को वहां से हटाया। पुलिस ने स्थानीय लोगों और पंजाब के श्रद्धालुओं को समझाया और उसके उपरांत पंजाब के श्रद्धालु आगे निकले और स्थानीय लोग भी अपने घरों को गए। जिन श्रद्धालुओं ने मणिकर्ण जाना था, उन्हें पुलिस ने मणिकर्ण भेजा और जो मणिकर्ण से भुंतर की तरफ आ रहे थे उन्हें भुंतर की ओर रवाना कर दिया। बताया जा रहा है कि पहले पंजाब के एक श्रद्धालु और एक स्थानीय युवक के बीच बहस हुई जिसने झगड़े का रूप ले लिया। बाद में आपस में लड़ रहे लोगों ने लाठियां भी एक-दूसरे पर तान दीं और कुछ ने मारपीट भी की। एएसपी आशीष शर्मा ने कहा कि कुछ लोगों में बहसबाजी हुई थी। उस बहस को लेकर झगड़े की अफवाह उड़ाई गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को समझाया और गंतव्य की ओर रवाना किया।
हिमाचल-पंजाब के लोग भाई-भाई, मणिकर्ण विवाद अब समाप्त
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लोग भाई-भाई हैं। मणिकर्ण विवाद अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि कई बार युवाओं में टकराव हो जाता है, लेकिन इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया है। उन्होंने कहा कि मणिकर्ण ऐतिहासिक गुरुद्वारा है तथा उनकी यहां के ग्रंथी से भी बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि कई बार सोशल मीडिया में छोटे से विवाद को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है, जिससे ऐसी स्थिति पैदा होती है।