सीहोर के नसरुल्लागंज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women Day) के मौके पर बेटी के साहस की बदौलत एक युवक की जान बच गई। वहीं दूसरा युवक नदी के तेज बहाव के साथ बह गया। मौके पर मौजूद गांव की ही जाबांज बेटी ने साहस दिखाते हुए एक युवक को तो बचा लिया, लेकिन दूसरे युवक को नहीं बचा सकी। नीलकंठ गांव की रहने वाली साक्षी केवट ने बताया कि निम्नागांव के 5 युवक होली खेलने के बाद नसरुल्लागंज के नर्मदा नदी के नीलकंठ घाट पर स्नान करने के लिए गए थे। इस दौरान दोनों दोस्त आकाश एवं विशाल पानी के तेज बहाव में बहने लगे। घाट पर मौजूद 21 वर्षीय बेटी साक्षी केवट ने जब देखा तो वह अपने डोगें से नदी की तेज धार के बीच पहुंची और एक युवक विशाल को बांस के सहारे नदी की किनारे पर लेकर आई।
दूसरे युवक की तलाश में गोताखोर
वहीं दूसरे युवक आकाश जाट को बचाने का प्रयास किया लेकिन वह तेज बहाव के बीच गहरे पानी में बह गया। एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर द्वारा युवक की तलाश की जा रही थी। कल अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक गोताखोर को ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद से नदी के अंदर भी भेजा गया लेकिन उसका प्रयास सफल नहीं हो पाया, आज सुबह से ही फिर लगातार सर्चिंग कर गोताखोरों की मदद से युवक के शव को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर तहसीलदार, एसडीओपी थाना प्रभारी समेत स्थानीय प्रशासनिक अमला मौजूद रहा।